Vishal Samachar

  • Account
  • Contact Us
  • About us
  • Privacy Policy
Facebook Twitter Youtube Instagram
vishalsamachar logo
  • Account
  • Contact Us
  • About us
  • Privacy Policy

होम

  • होम
  • अपराध
  • एडिटोरियल
  • ओपिनियन
  • किक्रेट
  • खेल
  • ताजा समाचार
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • फिल्म जगत
  • फोटो गैलरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • विचार
  • व्यापार
  • हमारा गाँव
  • E-paper
  • Membership
  • Contact Us
  • About us
  • Privacy Policy
  • Our Team
  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्य प्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • किक्रेट
  • व्यापार
  • खेल
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • E-paper
  • Membership
  • Our Team
Menu
  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्य प्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • किक्रेट
  • व्यापार
  • खेल
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • E-paper
  • Membership
  • Our Team
Search
Close

साहिर की रचनाओं के लिए दावत,ओम भूतकर और पीआईएफ के तहत समूह द्वारा बहादुर प्रस्तुति

vishalsamachar_nodr3z by vishalsamachar_nodr3z
March 8, 2022
in फिल्म जगत
A A
0
साहिर की रचनाओं के लिए दावत,ओम भूतकर और पीआईएफ के तहत समूह द्वारा बहादुर प्रस्तुति

साहिर की रचनाओं के लिए दावत,ओम भूतकर और पीआईएफ के तहत समूह द्वारा बहादुर प्रस्तुति

पुणे,इस वर्ष के पुणे अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का विषय गीतकार साहिर लुधियानवी, सत्यजीत रे और पं। भीमसेन जोशी की जन्मशती के आधार पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया है। दर्शकों ने साहिर लुधियानवी के गीतों पर आधारित कार्यक्रम ‘साहिर’ का खूब लुत्फ उठाया। ओम भूतकर द्वारा निर्देशित इस कार्यक्रम में साहिर लुधियानवी की रचनाएँ थीं। रविवार को राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय (एनएफएआई) में आयोजित इस कार्यक्रम को दर्शकों ने खूब सराहा। इस दौरान पीआईएफ के निदेशक डॉ. पीआईएफ आयोजन समिति के जब्बार पटेल, सतीश अलेकर उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत ‘जाने वो कैसे लोग द जिन्के’ गाने से हुई। इस गाने को नचिकेत देवस्थली ने गाया था। उसके बाद मुक्ता जोशी ने ‘कभी खुद पे तो कभी हलत पे रोना आया’ गाना गाया। इसके बाद नचिकेत देवस्थली ने गजल ‘जश्ने गालिब’ की प्रस्तुति दी। इसके बाद ओम भूतकर ने ‘ताजमहल’ कविता की प्रस्तुति दी। गीत ‘ये महलो ये तख्तो ये ताजो की दुनिया’ को जयदीप वैद्य ने गाया था। कार्यक्रम का समापन ‘ना तो कारवां की तलाश है’ कविता की प्रस्तुति के साथ हुआ। एक घंटे तक चले इस कार्यक्रम में साहिर लुधियानवी के गीत, कविताएं और नजमा पेश किए गए। इस कार्यक्रम को दर्शकों ने खूब सराहा।

अभिनेता ओम भूतकर, अभिनेता नचिकेत देवस्थली के साथ गायक मुक्ता जोशी, गायक जयदीप वैद्य, गायक अभिजीत धेरे ने रचना की। उनके साथ देवेंद्र भोम (संवाददाता), केतन पवार (तबला), मंदार बागड़े (ढोलकी) भी थे। कार्यक्रम का संचालन खोट ने किया.

Post Views: 124
Previous Post

सत्यजीत रे देवत्व नहीं चाहते, अपने काम का मूल्यांकन चाहते –

Next Post

कलेक्टर ने महिला दिवस पर छात्राओं के आत्मरक्षा प्रशिक्षण का किया शुभारंभ

Next Post
कलेक्टर ने महिला दिवस पर छात्राओं के आत्मरक्षा प्रशिक्षण का किया शुभारंभ

कलेक्टर ने महिला दिवस पर छात्राओं के आत्मरक्षा प्रशिक्षण का किया शुभारंभ

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

No Result
View All Result

[covid19-country-updates country=IN country_list=0 layout=2 label=”India Covid19 Data” colors=”#d80027,#0052b4″]

iframe]
Free Kundli Software
Powered by Astro-Vision
Footer

Follow Us

Facebook Twitter Youtube Instagram

Read the latest and breaking Hindi news. Get live Hindi news about India and the World from politics, sports, bollywood, business, cities, lifestyle, astrology, spirituality, jobs and much more. Register with vishalsamachar.com to get all the latest Hindi news updates as they happen.

  • Account
  • Contact Us
  • About us
  • Privacy Policy
Menu
  • Account
  • Contact Us
  • About us
  • Privacy Policy

Copyright © All Right Reserved vishalsamachar Proudly Designed by - Traffic Tail

WhatsApp us