सीतामढ़ी बाजार समिति का होगा कायाकल्प
54 करोड़ की लागत से होगा बाजार समिति का आधुनिकरण
5 एकड़ में कमर्शियल कंपलेक्स का होगा* *निर्माण*
वेंडिंग प्लेटफार्म व किसानों के हितों के मद्देनजर अलग-अलग संरचनाओं का होगा निर्माण
किसानों की आय मे वृद्धि के साथ रोजगार का भी होगा सृजन ,बाजार समिति का कायाकल्प एवं आधुनिक बनाने की जिम्मेदारी बिहार राज्य पुल निगम लिमिटेड को सौंपी गई, इस हेतु निगम द्वारा एजेंसी चयनित:- अनुमंडल पदाधिकारी सदर
किसी भी तरह के अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा
सीतामढी बिहार: कृषि विभाग के विशेष सचिव -सह -प्रशासक रविंद्र नाथ राय ने अनुमंडल पदाधिकारी, सदर राकेश कुमार के साथ सीतामढ़ी बाजार समिति का आज निरीक्षण किया। सरकार द्वारा बाजार समितियों के आधुनिकरण के दिशा में ठोस प्रयास किया जा रहा है। इस बाबत कृषि विभाग के विशेष सचिव सह प्रशासक के द्वारा बाजार समिति का निरीक्षण किया गया।
जानकारी दी गई कि इसके मुख्य द्वार पर सटे हुए कमर्शियल कंपलेक्स बनाए जाएंगे। इसके साथ ही एक बड़ा प्लेटफार्म एवं शेड भी बनेगा जहां किसान अपना उत्पाद बेच सकेंगे।
इस पूरे कायाकल्प की जिम्मेदारी बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, लिमिटेड को सौंपी गई है। निगम ने इसके लिए में० कब्बू खिरहर एजेंसी का चयन भी कर लिया है। आगामी 10 दिनों के अंदर उक्त कार्य शुरू कर दिया जाएगा ,जिसका शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा।
बताया गया कि करीब 21 एकड़ के क्षेत्रफल में फैले हुए बाजार समिति के सभी पुराने शेड एवं भवनों को तोड़कर मास्टर प्लान के अनुसार समिति को विकसित किया जाएगा। जिसमें क्षेत्र के बीचो -बीच 5 एकड़ में कमर्शियल कंपलेक्स बनेगा जिसमें किसानों के हित के लिए अलग-अलग तरह की संरचनाएं होंगी जिससे कि उनके आय में वृद्धि होगी। बाजार समिति प्रांगण में लगभग 300 दुकानें बनेंगी। इन दुकानों को कृषि उत्पादन, दूध उत्पादन उत्पादन,फल उत्पादन एवं अनाजों से जुड़े किसान लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा।इससे न केवल किसानों के आय में वृद्धि होगी रोजगार के बेहतरीन अवसर भी प्राप्त होंगे। बड़े पैमाने पर लोगो को रोजगार मिलेगा।
2006 के विघटन के बाद सभी 54 कृषि उत्पादन बाजार समितियों की स्थिति जीर्ण-शीर्ण थी। सरकार का उनसे रेवेन्यू बहुत कम आ रही थी।अतः सभी को 2700 करोड़ की राशि से विश्व स्तर का आधुनिक बाजार समिति बनाने का सरकार ने प्रयास किया है। सरकार ने 2023-24 तक पहले चरण में 12 बाजार समितियों का चयन कर विकसित करने का लक्ष्य रखा है जिसमें सीतामढ़ी को प्रमुखता दी गई है। जिसके लिए 748 करोड की राशि नाबार्ड से लोन लेकर राज्य सरकार ने कार्य आरंभ किया है।
साथ ही बाजार समिति के सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन,सफाई की माकूल व्यवस्था, नया प्रशासनिक भवन, कैफेटेरिया, किसानों के लिए गेस्ट हाउस, मजदूरों के लिए हवादार हॉल भी बनेगा।साथ ही हरियाली के लिए विभिन्न तरह के पौधे तथा एक छोटा तालाब का भी निर्माण कराया जाएगा।
आज के विजिट में रविंद्र नाथ राय विशेष सचिव -सह-प्रशासक कृषि विभाग, राकेश कुमार एसडीओ सदर इरफान अली वरीय परियोजना अभियंता ,बृजेश कुमार जिला कृषि अधिकारी, प्रमोद प्रसून एवं संवेदक तक कब्बू खिरहर मौजूद थे।