गोवा में इस वक्त रातनीतिक घमासान मचा हुआ है. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की तबीयत काफी खराब बताई जो रही है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश किया है. दरअसल कांग्रेस का कहना है कि विधायक फ्रांसिस डिसूजा के निधन के बाद से विधानसभा में बीजेपी के 13 विधायक हैं. मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाली सरकार के पास बहुमत नहीं है, जो पार्टी अल्पमत में है उसको सरकार में रहने का कोई हक नहीं है. पार्टी ने गर्वनर को चिट्ठी लिखकर दावा पेश किया है.
वहीं कांग्रेस के इस कदम के बाद बीजेपी नेता रविवार को गोवा पहुंचकर विधायकों से मुलाकात कर सकते हैं. इससे पहले शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इमरजेंसी मीटिंग की. इस मीटिंग में गोवा के हालात पर चर्चा हुई.
न्यूज 18 के मुताबिक इस दौरान बीजेपी गोवा में नए मुख्यमंत्री की तलाश में भी जुट गई है. बीजेपी के एक विधायक का कहना है कि सीएम मौजूदा विधायकों में से ही कोई होगा.
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी आज यानी 17 मार्च को अपने सहयोगी दलों महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और तीन निर्दलीय विधायकों के साथ मीटिंग करेगी.
सोशल मीडिया पर उड़ी थी पर्रिकर के निधन की अफवाह
इससे पहले शनिवार को सोशल मीडिया पर गोवा सीएम मनोहर पर्रिकर के निधन की अफवाहें जोरों पर थीं. वहीं शाम को कांग्रेस ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को चिट्ठी लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया. इसके तुरंत बाद हरकत में आए बीजेपी के विधायक और कोर कमिटी के सदस्यों ने इमरजेंसी मीटिंग की. मीटिंग में इस बात पर मंथन किया गया कि कैसे मौजूदा राजनीतिक हालात से निपटा जाए.
दरअसल, विधायक डि’सूजा के निधन और दो विधायक सुभाष शिरोडकर व दयानंद सोप्ते के इस्तीफे के बाद 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में 37 विधायक रह गए हैं. कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 14 विधायक हैं. जबकि बीजेपी के पास 13 विधायक हैं. जिसे महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी के 3, गोवा फारवर्ड पार्टी के 3 और 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है. बहुमत का आंकड़ा 21 है. कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी अल्पमत में है. इसलिए उसे सरकार में नहीं रहना चाहिए.