नई दिल्ली40 मिनट पहले
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एंट ग्रुप के को-फाउंडर जैक मा को चीन का सबसे ताकतवर बिजनेसमैन माना जाता है।
- चीन के केंद्रीय बैंक और तीन अन्य रेगुलेटर ने जैक मा के साथ बैठक की
- बैठक के बाद एंट ग्रुप ने ओपिनियन और गाइडलाइंस के पालन की बात कही
- एनालिस्टों का मानना है कि रेगुलेटरी स्क्रूटनी का नेगेटिव असर हो सकता है
अलीबाबा की फाइनेंशियल सर्विसेज एंट ग्रुप कॉरपोरेशन के विस्तार पर चीन ने जैक मा और अन्य सीनियर एक्जीक्यूटिव्स को चेतावनी दी है। चीन ने कहा है कि इस कदम से उन्हें प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। चीन ने खासतौर पर दुनिया के सबसे बड़े आईपीओ पर रेगुलेटरी रिस्क बढ़ने की चेतावनी दी है। चीन ने यह चेतावनी आईपीओ के ट्रेडिंग डेब्यू से कुछ दिन पहले दी है।
सेंट्रल बैंक और तीन अन्य वित्तीय रेगुलेटर ने दिया समन
एंट के को-फाउंडर और चीन के सबसे ताकतवर बिजनेसमैन जैक को चीन के केंद्रीय बैंक और तीन अन्य वित्तीय रेगुलेटर ने समन जारी किया था। इसके बाद जैक मा ने सोमवार को केंद्रीय बैंक और अन्य वित्तीय रेगुलेटर के साथ बैठक की। हालांकि, इस बैठक में चर्चा की जानकारी सामने नहीं आ पाई है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों के मुताबिक, एंट की लीडरशिप टीम ने कहा है कि कंपनी पर रेगुलेटरी स्क्रूटनी बढ़ सकती है। साथ ही कैपिटल पर प्रतिबंध लग सकता है।
एंट ग्रुप पर लागू हो सकते हैं चीन के नए रेगुलेशन
निवेशकों का मानना है कि एंट ग्रुप पर चीन के नए रेगुलेशन लागू हो सकते हैं। लेकिन इसका इतिहास के सबसे बड़े स्टॉक मार्केट डेब्यू पर कोई असर नहीं होगा। एंट ग्रुप 34.5 बिलियन डॉलर का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आया है। शंघाई और हॉन्गकॉन्ग में एक साथ लाए गए इस आईपीओ में रिटेल इन्वेस्टर्स ने 3 ट्रिलियन डॉलर की बोली लगाई है।
एंट ग्रुप के लिए रेगुलेटरी जोखिम बड़ा रिस्क फैक्टर
सैनफोर्ड सी. बर्नस्टेन के एनालिस्ट कैविन क्वीक ने एक नोट में कहा है कि एंट ग्रुप के लिए रेगुलेटरी जोखिम एक बड़ा रिस्क फैक्टर है। हम सोचते हैं कि इस खबर का लिस्टिंग पर लगातार नेगेटिव असर होगा और हमें विश्वास है कि अधिकांश इन्वेस्टर एंट के पॉजिटिव लॉग-टर्म प्रॉस्पैक्टस पर आशावादी बने रहेंगे। हालांकि, रेगुलेटरी हस्तक्षेप के संकेतों को देखते हुए निवेशक अपनी धारणा पर फिर से विचार सकते हैं।
सभी गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा: एंट ग्रुप
CSRC की ओर से वीबो पर जारी बयान के मुताबिक, चीन के केंद्रीय बैंक, चाइना सिक्युरिटीज रेगुलेटरी कमीशन और फॉरेन एक्सचेंज एडमिनिस्ट्रेशन से बैठक के दौरान जैक मा के साथ एंट के चेयरमैन इरिक जिंग और चीफ एक्जीक्यूटिव सिमोन ह्यू भी मौजूद रहे। वहीं, एंट ग्रुप ने एक बयान जारी किया है कि मीटिंग की ओपिनियन और सभी गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा।
अरामको के IPO ने अलीबाबा का रिकॉर्ड तोड़ा था, अब अरामको फिर अलीबाबा से पीछे
सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको पिछले साल 29.4 अरब डॉलर का IPO लाई थी। तब यह अलीबाबा के 2014 में आए इश्यू (25 अरब डॉलर) को पीछे छोड़ दुनिया का सबसे बड़ा IPO बना था। लेकिन, अब अलीबाबा फिर आगे हो गया है, क्योंकि एंट ग्रुप अलीबाबा की ही कंपनी है।
शेयर लिस्टिंग 5 नवंबर को होगी
एंट ग्रुप के शेयर की ट्रेडिंग शंघाई और हॉन्गकॉन्ग के बाजारों में 5 नवंबर से यानी अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव के 2 दिन बाद शुरू होगी। यानी अमेरिकी चुनावों का दुनिया के शेयर बाजारों पर बड़ा असर होता है तो, एंट ग्रुप की लिस्टिंग पर भी असर पड़ सकता है।
दुनिया के 10 सबसे बड़े IPO
एंट ग्रुप | 35 अरब डॉलर |
सऊदी अरामको | 29.4 अरब डॉलर |
अलीबाबा | 25 अरब डॉलर |
सॉफ्ट बैंक | 21.1 अरब डॉलर |
AIA | 20.4 अरब डॉलर |
वीजा | 19.7 अरब डॉलर |
GM | 18.1 अरब डॉलर |
ENEL | 17.4 अरब डॉलर |
ICBC | 16.1 अरब डॉलर |
NTT डोकोमो | 16 अरब डॉलर |