भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सीईओ कार्यालय के अधिकारियों ने विभिन्न जनपदों में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यो का किया निरीक्षण
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के पर्यवेक्षण हेतु मण्डल आवंटित
विशेष अभियान दिवसों में कार्यालय के अन्य अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा मतदेय स्थलों का किया जायेगा निरीक्षण
रिपोर्ट धर्मेन्द्र कुमार वर्मा लखनऊ
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवदीप रिणवा ने अपने कार्यालय के अधीनस्थ अधिकारियों को विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के लिए चल रहे विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण का गहनता से पर्यवेक्षण करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत सीईओ कार्यालय में तैनात अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को मण्डल आवंटित कर दिये गये।
इसमें अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री चन्द्रशेखर को मेरठ, अयोध्या, देवीपाटन तथा चित्रकूट मण्डल के 19 जनपद, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री कुमार विनीत को कानपुर, मुरादाबाद, आगरा तथा वाराणसी मण्डल के 19 जनपद, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुश्री निधि श्रीवास्तव को लखनऊ, अलीगढ़, बरेली तथा गोरखपुर मण्डल के 18 जनपद एवं अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री रत्नेश सिंह, को सहारनपुर, झांसी, आजमगढ़, मिर्जापुर, बस्ती तथा प्रयागराज मण्डल के 19 जनपदों में जाकर भी पर्यवेक्षण करेंगे।
पर्यवेक्षण कार्य के लिए नामित अधिकारियों तथा अधीनस्थ अधिकारियों के द्वारा भी सम्प्रति विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अवधि में पड़ने वाले सार्वजनिक अवकाश के दिनों में आयोजित विशेष अभियान दिवसों में 04 व 05 नवम्बर, 25 व 26 नवम्बर तथा 02 व 03 दिसम्बर, 2023 में अपने मण्डल से संबंधित जनपदों में मतदेय स्थलों का निरीक्षण किया जायेगा।
इसी क्रम में 04 नवम्बर, 2023 को अपर मुख्य निर्वाचन श्री चन्द्रशेखर ने जनपद बाराबंकी एवं अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुश्री निधि श्रीवास्तव ने जनपद लखनऊ व रायबरेली के विभिन्न मतदेय स्थलों पर निरीक्षण कर दिशा-निदेश दिए। इसी प्रकार संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री विनय पाठक ने जनपद बस्ती, संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अमित सिंह ने जनपद मैनपुरी तथा विशेष कार्याधिकारी श्री संजय कुमार सिंह ने जनपद सीतापुर, लखीमपुर खीरी, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अरविन्द कुमार पाण्डेय ने जनपद औरैया इटावा के मतदेय स्थलों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।