उद्यान मंत्री ने फतेहपुर, रायबरेली तथा कौशाम्बी में संचालित निजी शीतगृहों का किया औचक निरीक्षण
प्रदेश में आलू का बाजार भाव स्थिर रहे, इसके हरसंभव प्रयास किये जायेगे
प्रदेश में आलू के भण्डारण और वितरण को सुनिश्चित करने के लिए योगी सरकार ने उठाए महत्वपूर्ण कदम
किसान हित में शीतगृह से आलू की तीव्र गति से निकासी कराई जाए ,उद्यान अधिकारी अपने-अपने जनपदों में संचालित निजी शीतगृहों का नियमित रूप से निरीक्षण करें
लखनऊ धर्मेन्द्र कुमार वर्मा संवाददाता
प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में आलू के भण्डारण और वितरण को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वर्तमान में प्रदेश में 2101 निजी शीतगृह संचालित हैं, जिनकी भण्डारण क्षमता 176 लाख मीट्रिक टन है। इन शीतगृहों में लगभग 140 लाख मीट्रिक टन आलू का भण्डारण किया गया है। विगत दिनों में प्रदेश की प्रमुख मण्डियों में आलू के औसत थोक बाजार लगभग 02 हज़ार रूपये प्रति कुन्तल रहा है।
प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों को उनकी भण्डारित उपज का अच्छा बाजार भाव मिल सके, इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित करते हुए शीतगृह से आलू की तीव्र निकासी कराई जा रही है। अच्छा बाजार भाव प्राप्त होने से जहां किसानों की आय बढ़ेगी और उनका आलू की खेती के प्रति रूझान भी बढ़ेगा, जिससे प्रदेश मंे आलू के क्षेत्रफल मंे गुणात्मक वृद्धि होने की प्रबल संभावना बनी रहेगी।
उद्यान मंत्री द्वारा प्रदेश के सभी उद्यान अधिकारियों एवं उद्यान उप निदेशकों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जनपदों में संचालित निजी शीतगृहों का नियमित निरीक्षण कर विचौलियों द्वारा आलू की जमाखोरी (डम्पिंग) को नियंत्रित करें। साथ ही शीतगृहों से आलू की पर्याप्त निकासी और मण्डियों में इसकी सतत आवक सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाये, जिससे प्रदेश के बाहर अन्य प्रदेशों में आलू की आपूर्ति के नाम पर खरीद फरोक्त पर अंकुश लगाया जा सके। जमा खोरी करने वाले व्यक्ति के साथ-साथ संबंधित शीतगृह स्वामी के विरूद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
उद्यान मंत्री ने बुधवार को जनपद फतेहपुर, रायबरेली तथा कौशाम्बी में संचालित निजी शीतगृहों का स्थलीय औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शीतगृह स्वामी एवं प्रबन्धकों से कहा कि मण्डियों में आलू की आवक और इसके बाजार भाव पर नियमित नियंत्रण आवश्यक है। इसके लिए शीतगृहों से आलू की निकासी को सुनिश्चित करना और मण्डियों में इसकी सतत आपूर्ति बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिन शीतगृहों में गत वर्ष के सापेक्ष कम निकासी की गयी है, उन शीतगृहों को नोटिस जारी करते हुए तीव्र गति से निकासी कराई जाये तथा शीतगृहों में स्थापित सुरक्षा सयन्त्रों का ट्रायल कराया जाये।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आलू का बाजार भाव स्थिर रहे, इसके लिए योगी सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। किसी भी हाल में किसानों एवं उपभोक्ताओं का अहित नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने किसानों और उपभोक्ताओं को आश्वस्त किया कि आगे आलू के भाव नहीं बढ़ेगे। जहां कहीं पर भी जमाखोरी होगी, वहां सख्त कार्यवाही की जायेगी।