देश का हर सैनिक एक महान योद्धा ले.जनरल. बी.टी पंडित की रायः एमआईटी डब्ल्यूपीयू में ७६ वां गणतंत्र दिवस उत्साह के साथ मनाया
पुणे, : देश का हर सैनिक एक महान योा है और भारतीय सेना सर्वश्रेष्ठ है. व्यक्ति कल्पना शक्ति के बल पर विकसित होता है, लेकिन देश के भीतर जीवन जीने के लिए सभी चीजों का संतुलन आवश्यक है. यह राय पीवीएसएम ले. जनरल (सेवानिवृत्त) बी.टी. पंडित ने रखी.
एमआईटी एजुकेशन इंस्टीट्यूट ग्रुप, पुणे और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, पुणे द्वारा कोथरूड परिसर में ७६वां गणतंत्र दिवस मनाया गया. इस समय वे बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे. इस अवसर पर ले. जनरल बीटी पंडित और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष प्रो.डॉ.विश्वनाथ दा. कराड ने ध्वज फहराया.
इस मौके पर श्रीमती पुष्पा पंडित, एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. राहुल विश्वनाथ कराड, कुलपति डॉ. आर.एम.चिटणीस, एमआईटी के डीन प्रो. शरदचंद्र दराडे पाटिल, प्र कुलपति डॉ. मिलिंद पांडे, डॉ. संजय कामतेकर, कुलसचिव प्रो. गणेश पोकले और बड़ी संख्या में एमएआईआर के अंतर्गत आने वाले विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी, प्राचार्य, प्रोफेसर, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे.
ध्वजारोहण के बाद एमआईटी के विद्यार्थियों ने देशभक्ति पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया. इसके अलावा एनसीसी कैडेट्स द्वारा प्रस्तुत परेड ने भी सभी का मन मोह लिया. बाद में सभी को शपथ भी दिलाई गई.
बीटी पंडित ने कहा, १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध में भाग लेने के दौरान मुझे कई अनुभव हुए. इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रेडियो के माध्यम से सैनिकों द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए संदेश दिया था. वर्तमान में महिला सशक्तिकरण बहुत जरूरी है. इस विश्वविद्यालय के काम को देखते हुए देश का नेतृत्व यहाँ तैयार हो रहा है और यह राष्ट्र की सेवा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने कहा, आज संकल्प का दिन है. यह भारत माता के प्रति समर्पण की भावना जागृत करने का दिन है. सभी को भारतीय परंपरओं और दर्शन का पालन करते हुए देश की सेवा करनी चाहिए. इसी देश से शांति का संदेश दिया जा रहा है, भारत माता सम्पूर्ण मानवता और विश्व के लिए मंगलमय हो. भारत माता विश्व गुरु बनने के साथ साथ विश्व को सुख, शांति और संतोष देने की शक्ति रखती है.
डॉ. राहुल विश्वनाथ कराड ने कहा, गणतंत्र दिवस पर स्वतंत्रता सेनानियों को याद करना महत्वपूर्ण है. इससे देश भक्ति, त्याग और कर्तव्य की भावना आती है. उनके सिद्धांतों का पालन करते हुए यह विश्वविद्यालय सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है और उस दिशा में काम कर रहा है.
इस अवसर पर छात्र प्रतिनिधि पृथ्वीराज शिंदे ने अपने विचार प्रस्तुत किए.
डॉ. आर.एम.चिटणीस ने प्रस्तावना रखी.
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन प्रो.डॉ. गौतम बापट तथा अक्षदा सक्सेना ने आभार माना.