पूणे

भारत व एशिया के हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में पहली बार अकोही (ACOHI) अल्कालाईन मूवमेंट की शुरुआत.

भारत व एशिया के हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में पहली बार अकोही (ACOHI) अल्कालाईन मूवमेंट की शुरुआत.

पुणे के अकोही (ACOHI) एशिया के मुख्य कार्यालय से भारत के हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में अल्कालाइन मूवमेंट की शुरुआत की गई है. मानव शरीर में 70% पानी होता है और इसलिए पानी सबसे आवश्यक तत्व है, फिर भी इस महत्वपूर्ण तत्व को अभी भी काफी हद तक नजरअंदाज किया जाता है. अकोही ACOHI के अध्यक्ष डॉ. सानी अवसरमल ने पुणे में अकोही ACOHI एशिया के मुख्य सचिवालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह नई शुरूआत उद्योग के उन सभी उत्पादकों और आपूर्तिकर्ताओं को मौका देगी जो अल्कालाईन का कारोबार करते हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि इस पानी में औषधीय गुण हैं जो कई बीमारियों और रोगों को ठीक कर सकते हैं. जिससे व्यापार में क्रांति आएगी. इसके उपयोग पर टिप्पणी करते हुए हम कहना चाहेंगे कि इस पानी के गुणों को देखते हुए बड़े और छोटे रेस्टोरेंट से लेकर कैटरिंग इंडस्ट्री तक सभी को इस पानी का इस्तेमाल करना चाहिए. जिससे उनके ग्राहकों को लाभ होगा. कोरोना के बाद स्वच्छता, सुरक्षा और पोषण जैसी चीजों को ज्यादा महत्व दिया जाता है जो कि भविष्य की एक बड़ी आवश्यकता है. वीआरएच एक्वा के अध्यक्ष निर्मल हिंदुजा का कहना है कि वीआरएच एक्वा भारत की पहली कंपनी है जिसे उनकी व्यावसायिक प्रक्रिया के सत्यापन के बाद अकोही द्वारा विशेष सम्मानित व पुरस्कृत कलनरी आईडी दी गई है, उन्हें 2022 के बीओजी जांच के बाद उन्हे अकोही चैंबर में राष्ट्रीय स्तर पर सूचीबद्ध किया गया है. वे अल्कालाईन मशीनों की बिक्री की दृष्टी से उद्योगों को सेवा देते है. सर्विसिंग कराते है पुरे भारत के उद्योगों को सालाना मेंटेनेंस की हामी देते है. उनके पास एनाजिक ब्रांड की मशीनों की एक विस्तृत श्रृंखला है जो स्वस्थ पानी का उत्पादन करती है, जिसे व्यापक रूप से कॅंगन वाटर के रूप में जाना जाता है. हम बहुत खुश हैं कि अकोही चैंबर को कलनरी आईडी और राष्ट्रीय सूची में स्थान दिया गया है, और हम उद्योग मानकों और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे. कलनरी आईडी और लिस्टिंग प्रक्रिया क्या है? कलनरी आईडी केवल हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र के उत्पादक, सेवा कंपनियों, उच्च श्रेणी के मानव संसाधन, स्टार होटल, होटल मैनेजमेंट के छात्रों, पेशेवरों और अन्य विशिष्ट लोगों को दी जाती है. जिसमें केवल एक वर्ष के डॉक्युमेंट्स और प्रोसेस की प्रक्रिया होती है. जो ब्रांड को पुरी करनी पडती है. कागजी कार्रवाई के पूरा होने पर, शहर, राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कलनरी आईडी प्रदान की जाती है. यह आईडी उसे दी जाती है, जिसे हॉस्पिटैलिटी उद्योग में किसी भी ब्रांड के लिए अत्यधिक प्रतिष्ठित माना जाता है.प्रत्येक वर्ष, ब्रांड या उत्पाद कंपनी और अन्य को अगले वर्ष के लिए सूचीबद्ध करने की अनुमति तभी दी जाती है जब यह लोगों के सर्वोत्तम हित में हो और उनकी गुणवत्ता प्रक्रिया को साबित कर सके. कलीनरी आइडी लिस्टिंग (2022) पुरे एशिया की ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति, ब्रांड या कंपनी की पृष्ठभूमि ,सुविधाओं , सत्यापन की जांच की जाती है. पहले, यह पद्धति उपलब्ध नहीं थी या बहुत अधिक शोध, जानकारी, पृष्ठभूमि की कमी के कारण, अक्सर गलत विक्रेता, लोग और उत्पाद उद्योगों की सेवा कर रहे थे, जिसके चलते पहले कई नकारात्मक परिणाम हुए थे.कई घोटालों के चलते हॉस्पिटैलिटी ग्राहकों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा था. कलनरी आईडी और लिस्टिंग प्रक्रिया उद्योग की रीढ़ को मजबूत करेगी और इस अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया के माध्यम से सबसे आवश्यक उत्पादों और विक्रेताओं को महत्व मिलेगा. यह प्रक्रिया भारत एवं एशिया के हॉस्पिटैलिटी उद्योगों की आवश्यक सुरक्षा, व्यापकता और गुणवत्ता के लिए एक बेंचमार्क बन गई है. भारत और एशिया के हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री को इसके चलते अच्छा पानी मिलेगा जिसकी बेहद आवश्यकता है. इसकी शुरुआत इस कार्यक्रम से हुई. इसके लिए देश के जाने माने केटरिंग ब्रांड जीएसी- ग्रांड अफेयर केटरिंग ने कार्यक्रम के लिए पुरा खाना अल्कालाइन (11.5 और 9.5 जैसे विशेष अल्कलाइन वाले) पानी में बनाया इसके लिए जीएसी के चेयरमैन योगेश तुरवनकर को यह अवसर मिला जिसके लिए उन्होंने अकोही बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के खास आभार प्रकट किए इसके साथ ही जीएसी देश और एशिया की पहली केटरिंग कंपनी ने इसकी पूरी व्यवस्था अल्कलाइन पाणी में की. भारत में हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में आप के मूल्यवान उत्पादों को सूचीबद्ध करने के लिए, हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में अपना उत्पादन, सर्विसेज तथा अपने उत्पादन की वैल्यू और मार्केट वैल्यू ब्रांड पोजीशन करने के लिए कृपया   secretariat.asia@acohi.org    पर अपना विवरण भेजें www.acohi.org   पर जाकर और जानें.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button