कलिनरी आर्ट्स और हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए
शेफ कुणाल कपूर व सुरेश पिल्लई को ‘सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार २०२४’
सेलिब्रिटी शेफ कुणाल कपूर और सुरेश पिल्लई को
‘सूर्यदत्त’द्वारा ‘सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार २०२४’ प्रदान
कलिनरी आर्ट्स और हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए हुआ सन्मान
सफलता के लिए कड़ी मेहनत, दृढनिश्चय, समर्पण भाव
इस त्रिसूत्री का होना जरुरी : प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया
सेलिब्रिटी शेफ कुणाल कपूर और सुरेश पिल्लई को ‘सूर्यदत्त’द्वारा ‘सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार २०२४’ प्रदान
पुणे: सूर्यदत्त एज्युकेशन फाउंडेशन संचालित सूर्यदत्त कॉलेज ऑफ हॉस्पिटॅलिटी मॅनेजमेंट, ट्रॅव्हल अँड टुरिझम (एससीएचएमटीटी) और सूर्यदत्त स्कूल ऑफ इंटरनॅशनल हॉटेल मॅनेजमेंट (एसएसआयएचएम) द्वारा प्रख्यात सेलिब्रिटी शेफ कुणाल कपूर व सुरेश पिल्लई को कलिनरी आर्ट्स और हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए ‘सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार २०२४’ देकर सन्मानित किया गया.
नवी दिल्ली में हाल ही में हुए एक समारोह में सूर्यदत्त एज्युकेशन फाऊंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया, उपाध्यक्ष और ‘स्वेला’ की अध्यक्ष सुषमा चोरडिया, सूर्यदत्त के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अक्षित कुशल, मेरिट अवॉर्ड्स और मार्केट की सहसंस्थापक जिया पनवार आदी मान्यवर उपस्थित थे.
प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा, “किसी भी क्षेत्र में निश्चित सफलता के लिए कठोर परिश्रम, दृढ़ संकल्प और समर्पण यह त्रिसूत्री मंत्र है। इस त्रिसूत्री का आचरण करते हुए अपना मकसद पाने के लिए हमें काम करना चाहिए. शेफ कुणाल कपूर और सुरेश पिल्लई की जीवनयात्रा हम सबके लिए प्रेरक है. ‘सूर्यदत्त’ नियमित रूप से समाज के उत्कृष्टता का सन्मान करते आ रहा है. समाज के लिए योगदान देनेवाले गणमान्य व्यक्तियों को सन्मानित कर अगली पीढ़ी के सामने एक आदर्श रखने का हमारा प्रयास है. कलिनरी आर्ट्स और हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट क्षेत्र में यह दोनों छात्रों के लिए आदर्श है.”
‘सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार’ एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है और अलग अलग क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देनेवाले व्यक्तियों को यह पुरस्कार दिया जाता है. प्रौद्योगिकी, चिकित्सा विज्ञान, परफॉर्मिंग आर्ट्स, भारतीय सिनेमा, खेल, हॉस्पिटैलिटी प्रबंधन, शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को पहले सम्मानित किया जा चुका है। कलिनरी आर्ट्स और हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट क्षेत्र में चीन के शेफ एम. एंथोनी, इंडोनेशिया की श्रीमती नीता दुलाराम, भारत के प्रसिद्ध होटल व्यवसायी विठ्ठल कामत, शेफ विष्णु मनोहर और शेफ डॉ. आद्यशा दास , अतुल चोरडिया शामिल हैं, ऐसा प्रो . डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा.
इस पुरस्कार के लिए धन्यवाद देते हुए कुणाल कपूर ने कहा, इस पुरस्कार से मुझे बहोत ख़ुशी हुई. आजतक मैंने जो काम किया है, इसका यह गौरव है. बेंगलुरु में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी और जर्मन चांसलर सुश्री मर्केल के लिए सात्विक व्यंजन बनाने का मुझे अवसर मिला। भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन में ४२ प्रथम महिलाओं के लिए भोजन तैयार किया। उनकी भारत यात्रा के दौरान पाक कला सत्र का आयोजन किया। एनडीटीवी गुड टाईम्स, पिकल नेशन पे ‘माय यलो टेबल’, मास्टरशेफ इंडिया और ज्युनियर मास्टरशेफ इंडिया जैसे टेलिव्हिजन शो मैंने होस्ट किए है. मास्टरशेफ अमेरिका सेमीफायनल में शेफ गॉर्डन रॅम्से के साथ मुझे आमंत्रित किया गया था.”