(इटावा पुलिस इसके अलावा और कर ही क्या सकती है। अपराधी को ले जाते समय एक पुलिस वाला नही रहता है कई पुलिस सुरक्षा कर्मी साथ में रहते हैं।फिर भी अपराधी सातिर होता है,पुलिस कब जगेगी.?)
पुलिस प्रशासन जबाव दो..?
सिपाही का फोन भी लेकर फरार हो गया..?
पुलिस अपराधी को दौड़कर भी नही पकड सके.?
जबकि दौड की ट्रेनिंग दी जाती है..?
इटावा यूपी: इटावा पुलिसकर्मियों की बडी लापरवाही की
घटना शनिवार को देखने को मिली। जनपद इटावा जिला जेल से झांसी कोर्ट में पेशी पर ले जाए जा रहे एक गैंगस्टर ने पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया। साथ ही एक सिपाही का फोन भी छीन ले गया। उसे झांसी ले जाने के लिए शुक्रवार शाम को ही जेल से निकाला गया था। अपराधी की तलाश में प्रशासन ने पुलिस की तीन टीमों को लगा दिया है। अब तक उसका कुछ अता पता नहीं चल सका है। फिलहाल सिपाहियों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक, औरैया स्थित गोविंद नगर का रहने वाला सौरभ सक्सेना यहां जिला जेल में 8 अगस्त 2021 से बंद था। उसके ऊपर हत्या के प्रयास, गैंगस्टर जैसी तमाम संगीन धाराएं लगी थीं जबकि उसका एक मुकदमा झांसी में भी चल रहा है। शनिवार को उसकी पेशी झांसी में होनी थी।औरैया पुलिस के दीवान अतर सिंह, संजीव कुमार, ब्रजेश ने उसे जेल से हिरासत में लिया और उसे लेकर रेलवे स्टेशन जा रहे थे।
स्टेशन परिसर में पहुंचते ही मौका पाकर बंदी सौरभ ने सिपाही संजीव का मोबाइल फोन छीन लिया और फरार हो गया। पुलिस कर्मियों ने भी उसका पीछा किया लेकिन उसे पकड़ा नहीं सके। घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। निर्देश पर पुलिस ने काफी छानबीन की। क्राइम ब्रांच समेत तीन टीमों को लगाया गया है लेकिन अब तक उसका कुछ अता पता नहीं चला। रात 12 बजे सिविल लाइन थाने में दीवान अतर सिंह की ओर से सौरभ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इटावा एसएसपी जय प्रकाश सिंह ने बताया, पुलिस की तीन टीमों और क्राइम ब्रांच को बंदी की गिरफ्तारी के लिये लगाया गया है। साथ ही औरैया पुलिस को भी सूचना दे दी गई है। दोनों जिलों की पुलिस संयुक्त ऑपरेशन चलाकर बंदी की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हैं.