कुणाल किशोर प्रतिनिधि की रिपोर्ट-
तंबाकू इस्तेमाल करने वालों पर हुई कार्रवाई, सदर अस्पताल में चला अभियान, 6 लोगों को देना पड़ा जुर्माना
सीतामढ़ी बिहार:
सदर अस्पताल में तम्बाकू उत्पादों के सेवन करने वाले लोगों के खिलाफ तम्बाकू नियंत्रण कोषांग द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। सदर अस्पताल के आस- पास तंबाकू उत्पादों को बेचने व खाने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के जिला गैर-संचारी रोग पदाधिकारी डॉ.सुनील कुमार सिन्हा के नेतृत्व में कोटपा कानून के तहत छापेमारी अभियान चलाया गया। गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर एवं आस-पास में तंबाकू का इस्तेमाल करने वालों का चालान काटा गया। जिसके तहत 6 लोगों को जुर्माना भरना पड़ा। साथ ही उनके पास से तम्बाकू सम्बंधित सामग्री को जब्त कर लिया गया।
तंबाकू सेवन से मुंह के कैंसर की संभावना-
एनसीडीओ डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बताया तंबाकू का किसी भी तरह से सेवन कैंसर का कारक बन रहा है। इसमें भी पान मसाले के साथ तंबाकू मिलाकर सेवन करना, खैनी खाने से मुंह के कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। यह युवाओं में भी देखने को मिल रहा है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित गैट्स 2 के सर्वे में बिहार में तम्बाकू सेवन करने वालों में कमी आने की बात है, यह आंकड़ा पिछले 7-8 साल में 53.5% से घट कर 25.9% हो गया है। जिसमें चबाने वाले तम्बाकू सेवन करने वालों का प्रतिशत 23.5% है।
कोरोना से बचने के लिए उठाया गया कदम-
एनसीडीओ डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बहुत हीं हानिकारक है। थूकना संक्रमण रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी यथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की संभावना रहती है। भा.द.वि. (आईपीसी) की धारा 268 एवं 269 के तहत कोई भी व्यक्ति यदि महामारी के अवसर पर उपेक्षापूर्ण अथवा विधि विरुद्ध कार्य करेगा जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण हो सकता है तो उसे छह माह की कारावास एवं अथवा 200 रुपये जुर्माना किया जा सकता है।
तंबाकू चबाने वाले कोरोना वायरस से रहें सतर्क –
एनसीडीओ डॉ. सिन्हा के मुताबिक तंबाकू चबाने वालों को गंभीर रोग जैसे- कैंसर, फेफड़े की गंभीर बीमारी और मधुमेह से ग्रसित होने की संभावना सबसे अधिक रहती है। ऐसे में कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद तंबाकू चबाने वालों में गंभीर श्वसन संक्रमण रोग होने की संभावना रहती है।