जिला पदाधिकारी द्वारा बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर सभी प्रखंडों के नोडल पदाधिकारी के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया दो दिनों के अंदर जाँच प्रतिवेदन उपलब्ध कराये
जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में सभी प्रखंडों के नोडल पदाधिकारी के साथ बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर बैठक की गयी। बैठक में उन्होंने बाढ़ पूर्व तैयारी की स्थिति की जांच को लेकर सभी प्रखंडों के नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि दो दिनों के अंदर अपने प्रखंड में जांच करें की पिछले वर्ष की बाढ़ में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मती की स्तिथि, अंचल में उपलब्ध सरकारी नाव एवं उसकी मरम्मती की स्थिति, निजी नाव मालिकों के साथ एकरारनामा की स्थिति, मानव शरण स्थल एवं पशु शरण स्थल की भौतिक जांच एवं आवश्यक व्यवस्था (पेयजल,शौचालय, बिजली आदि की उपलब्धता), बाढ़ आपदा से बचाव हेतु प्रखंड स्तरीय माइक्रोप्लानिंग (शरण स्थली, सामुदायिक किचेन आदि) में मानव बल की प्रतिनियुक्ति एवं उनके वैक्सीनेशन की स्थिति, तटबंध प्रहरी की उपलब्धता आदि का भौतिक सत्यापन कर दो दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराये। साथ ही मानव एवम पशुओं के लिए सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता, खाद्यान्न की उपलब्धता, गोताखोरों की सूची,आपदा मित्रो की उपयोगिता, आदि के सम्बंध में कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी शरण स्थली का भौतिक सत्यापन कर वहां सभी आवश्यक सुविधाओं का निरीक्षण के समय विशेषकर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता एवं शौचालय की व्यवस्था को जरूर देख लें साथ ही उन्होंने कहा कि तटबंधों का नियमित निरीक्षण की भी जाँच करें। उक्त बैठक में वरीय पदाधिकारी आपदा रविंद्र नाथ गुप्ता,प्रभारी पदाधिकारी आपदा शंभूनाथ, जिला शिक्षा पदाधिकारी अवधेश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी विश्वजीत हेनरी, वरीय उप समाहर्ता सोनी कुमारी, जिला योजना पदाधिकारी राकेश कुमार, ओएसडी प्रशांत कुमार के साथ सभी प्रखंड नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे.