मैकेनिकल इंजीनियर से उद्यमी बनीं स्वर्णलता पटेल
नारी शक्ति की मिशाल हैं स्वर्णलता – कलेक्टर मनोज
रीवा एमपी: मैकेनिकल इंजीनियर से उद्यमी बनीं स्वर्णलता पटेल नारी शक्ति की मिशाल हैं। स्वर्णलता ने सिद्ध कर दिया है कि कोई भी काम मुश्किल नहीं है। दृढ़ संकल्प शक्ति हो तो कठिन राह भी आसान हो जाती है। यह बातें कलेक्टर मनोज पुष्प ने स्वर्णलता के क्लोवर कैफेट के भ्रमण के दौरान कहीं।
कलेक्टर को स्वर्णलता ने बताया कि उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियर की है मगर मेरा मन पहले भी यह था कि मैं नौकरी करने वाली नहीं वरन रोजगार देने वाली बनूं और अपने शहर में कुछ करूं। नारी शक्ति योजना ने मेरी कल्पनाओं की उड़ान को साकार बनाया और मुझे यूनियन बैंक से 24 लाख रूपये का ऋण मिल गया। अब मेरा स्वयं का कैफेट (रेस्टोरेंट) है जिसमें मैंने 10 लोगों को रोजगार दिया हुआ है। मेरा अभी महीने का टर्न ओवर 1.55 लाख से 2 लाख रूपये है।
कलेक्टर ने कैफेट में खाद्य सामग्री निर्माण कक्ष का निरीक्षण किया तथा अपेक्षा की कि पूरे स्टाफ सफाई व मानक को ध्यान में रखते हुए शुद्ध सामग्री का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि कैफेट को पिंक कैफेट बनायें यदि पूरे समय संभव न हो तो दिन में कैफेट में पिंक कैफेट की अवधारणा के तहत सभी वर्कर महिलाएं रखीं जाय। उन्होंने बताया कि जिले में नारी शक्ति को आगे बढ़ाने के सभी प्रयास किये जा रहे हैं। ईव्हीकल दिये जाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। इसके साथ स्वरोजगार स्थापना में भी नारी शक्ति को हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। कलेक्टर ने स्वर्णलता को बधाई देते हुए उनके व्यवसाय की सफलता के लिये शुभकामनाएँ दी तथा कहा कि युवतियां इससे प्रेरणा लेकर आत्मनिर्भर देश प्रदेश व समाज के निर्माण में भागीदार बनेंगी। इस दौरान महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी उप संचालक रोजगार अनिल दुबे उपस्थित रहे।