बाढ़ प्रभावित प्रत्येक गांव के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी बनाये जाने, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन की समुचित व्यवस्था कराये जाने के निर्देश दिए
इटावा/ यूपी: बाढ़ प्रभावित प्रत्येक गांव के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी बनाये जाने, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन की समुचित व्यवस्था कराये जाने, डूब गये विजली खम्भे वाले क्षेत्रों में वायरलेस सेट के साथ पुलिस अधिकारी तैनात किये जाने, बाढ़ प्रभावित गांवों में जेनरेटर एवं इमरजेन्सी की व्यवस्था किये जाने, एनडीआरएफ टीम के साथ स्थानीय पुलिस लगाये जाने, पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये।
उक्त निर्देश मा.सांसद डा. रामशंकर कठेरिया ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बाढ़ कार्यो से संबंधित बैठक में अधिकारियांे को दिये। उन्हांेने कहा कि राजस्थान से पानी छोड़ा गया जिस कारण यहां की नदियों के जल स्तर में काफी बढ़ोत्तरी हुई जिससे तहसील चकरनगर व सदर के काफी गांव प्रभावित हुए हैं। इस सबके बावजूद जनपद में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई व लोग सुरक्षित है जो बहुत ही सन्तोषजनक है। उन्होंने कहा कि अभी सबको एलर्ट रहना है, जल स्तर घटने में 3-4 दिन का समय लग सकता है। इसकी निरन्तर निगरानी की जाये
मा.सांसद जी ने निर्देशित करते हुए कहा कि फंसे हुए परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर लिया जाये एवं उनको सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जायें। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों की ड्यिूटी लगायी गयी है वह ग्राम प्रधान, आशा बहुएं आदि से समन्वय स्थापित कर लें तथा गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन कर उनको सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करवा लें एवं उनके लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था भी रखें। उन्होंने कहा कि बाढ़ से जो गॉव प्रभावित हुए हैं, सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उन गांवों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए पूरी चाक-चौबन्द तैयारी कर लें। जिससे बाढ़ की समस्या से बाढ़ पीड़ितों की सहायता करके उन्हें सुरक्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करके बाढ़ पीड़ितों की मदद करें।
बैठक मे मा० सांसद डा० राम शंकर कठेरिया ने निर्देशित करते हुए कहा कि कुछ ग्राम बहुत नीचे है वहां स्थायी रूप से व्यवस्था बनाये तथा बुजुर्ग एवं बीमारी से पीडित व्यक्तियों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट करवा लें जिस पर अपर जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि सदर तहसील क्षेत्र से लगभग 250 व तहसील चकरनगर क्षेत्र से 1387 लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करा लिया गया है एवं उनके भोजन आदि की भी व्यवस्था कर दी गयी है।
मा. सांसद ने विद्युत विभाग के अभियन्ता को निर्देश दिया कि बाढ क्षेत्र में जिन गांवों एवं मजरों की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गयी है उन गांवों में जेनरेटर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करवायें। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य टीम की व्यवस्था के साथ-साथ बरसात के दिनों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त रखा जाए। उन्होंने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि बाढ़ को देखते हुए पशुओं को चारे की कोई दिक्कत न होने पाये, इसके लिए भूसा, चारे की व्यवस्थाएं की जाये। उन्होंने कहा कि कच्चे मकानों का चिन्हांकन कर लें एवं पशुओं को ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंचा लें जिससे कि जन व पशु हानि न हो।
मा0 सांसद जी ने कहा कि प्रदेश सरकार पीडितो के साथ खड़ी है इस बाढ आपदा हेतु कन्ट्रोल रूम कलक्टेट इटावा में स्थापित किया गया है जिसका टोल फ्री नम्बर – 1077 एवं टेलीफोन नम्बर 05688 – 250077 है। उन्होंने आम जन से अपील की है कि किसी भी समस्या होने पर उक्त नम्बरों पर संपर्क किया जा सकता है।
बैठक में जिलाध्यक्ष भाजपा संजीव राजपूत, जिलाधिकारी अवनीश राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह, मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार राय, अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी अतुल कान्त शुक्ला, मुख्य चिकित्साधिकारी बी० एल० संजय, जिला विकास अधिकारी दीन दयाल, जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।