स्थानीय परिचर्चा भवन में जिलाधिकारी ने बैठक कर जिला कृषि पदाधिकारी को दिया सख्त निर्देश
जिले में उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा की
खाद की कालाबाजारी करने वाले बक्शे नहीं जाएंगे। होगी विधि सम्मत सख्त करवाई
बैठक में वर्तमान में जिले में यूरिया उर्वरक एवं डीएपी उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा की गई। निर्देश दिया गया कि प्रत्येक खाद की दुकानों को किसान सलाहकार के साथ टैग करें।जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा बताया गया है कि सभी 193 किसान सलाहकारों को सभी दुकानों के साथ टैग कर दिया गया है।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि खुदरा एवं थोक दुकानों पर कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने स्तर से समय-समय पर औचक निरीक्षण कराना सुनिश्चित करें। किस दुकान पर कितना यूरिया /डीएपी का आवंटन किया गया है इसकी पूर्व सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दी जाए ताकि उनके द्वारा स-समय निरीक्षण किया जा सके।
बॉर्डर इलाकों में औचक छापामारी की जाए। खाद दुकानों की रेंडम जांच हो। सभी बीडीओ एवं सीओ लगातार छापामारी करें।
जिलाधिकारी ने कृषि पदाधिकारी को निर्देशित किया है कि खाद खरीदने वाले क्रेताओं की सूची का वेरिफिकेशन करना सुनिश्चित किया जाए। टॉप 20 क्रेता की सूची की जांच कराई जाए। उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि बुधवारी जांच में सभी पदाधिकारी इसकी जांच करेंगे। कालाबाजारी का शक होने पर दुकानों का लाइसेंस रद्द करने में गुरेज नहीं करें।
बैठक में बीज की उपलब्धता को लेकर भी समीक्षा की गई। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 3406 क्विंटल मसूर का बीज की उपलब्धता के विरुद्ध 3158 क्विंटल का वितरण किया गया है।वही 9400 क्विंटल गेहूं के बीज की उपलब्धता के विरुद्ध 7400 क्विंटल बीज का वितरण किया गया जबकि 10000 क्विंटल का खेप आने वाला है।
जिले में अच्छादित रकबे के विरुद्ध बीज की उपलब्धता कम होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की और जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिया कि वे विभाग से अतिरिक्त बीज का आवंटन की मांग करें। इस संबंध में शीघ्र विभाग के साथ पत्राचार किया जाए। अभी तक डिमांड नहीं भेजे जाने पर उनके द्वारा सख्त नाराजगी प्रकट की गई।
वही खाद की उपलब्धता के बाबत कृषि अधिकारी ने बताया कि जिले में आज की तारीख में यूरिया की उपलब्धता 1181.587 मीट्रिक टन है वहीं
583.973 मिट्रिक टन डीएपी उर्वरक की उपलब्धता है जबकि उपलब्ध एनपीकेएस उर्वरक की उपलब्धता 1365.063मीट्रिक टन है।