डायरेक्ट टैक्स में भी ‘एक देश एक टैक्स’ लागू करे
सीए चंद्रशेखर चितळे की राय; ‘आयसीएआय’ द्वारा ‘डायरेक्ट टैक्स’ पर दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद
पुणे : “आम करदाताओं के लाभ के लिए प्रत्यक्ष कर प्रणाली में भी ‘एक देश एक कर’ लागू किया जाना चाहिए। इससे करदाताओं को कर भुगतान में आने वाली समस्याओं का समाधान होगा। करदाताओं को भुगतान किए गए करों में से पेंशन भुगतान की नीति भी लागू करें,” ऐसी राय दि इन्स्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडियाच्या (आयसीएआय) केंद्रीय समिति के सदस्य सीए चंद्रशेखर चितळे ने रखी.
‘आयसीएआय’ डायरेक्ट टॅक्सेस कमिटी और आयसीएआय पुणे ब्रांच के संयुक्त तत्वाधान में ‘डायरेक्ट टैक्स’ पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद का उद्घाटन सीए चंद्रशेखर चितळे के हाथो हुआ. कोथरूड स्थित एमआयटी विश्वशांती विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागृह में हुए इस परिषद में ५०० से अधिक सीए सहभागी हुए थे.
इस समय ‘आयसीएआय’ के वेस्टर्न इंडिया रिजनल कौन्सिल के उपाध्यक्ष सीए यशवंत कासार, विभागीय समिती सदस्य सीए ऋता चितळे, आयसीएआय पुणे के अध्यक्ष सीए काशिनाथ पठारे, उपाध्यक्ष सीए राजेश अग्रवाल, सचिव सीए प्रितेश मुनोत, खजिनदार सीए प्रणव आपटे, सदस्य सीए सचिन मिनियार, सीए अमृता कुलकर्णी, सीए ऋषिकेश बडवे आदी उपस्थित थे.
‘टॅक्सेशन ऑफ फ्युचर्स अँड ऑप्शन्स’ पर सीए अभिषेक झावरे, ‘रियल्स इस्टेट में टैक्सेशन में आनेवाली समस्याए’ पर सीए जगदीश पंजाबी, ‘इनकम टैक्स अपीलिंग ट्रिब्यूनल द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण निर्णय’ पर सीए नरेंद्र जोशी व सीए अपूर्वा चांदक्कर, ‘रिट रेमेडीज और रिसेंट जजमेंट्स’ पर ऍड. कपिल गोयल, ‘टॅक्सेशन ऑफ पार्टनरशिप फर्म्स’ पर सीए पारस सावला, ‘टॅक्सेशन ऑफ पार्टनरशिप फर्म्स टू कंपनीज अँड कंपनी टू एलएलपी’ पर सीए विनिता कृष्णन ने मार्गदर्शन किया.
सीए चंद्रशेखर चितळे म्हणाले, “करदाताओं और चार्टर्ड एकाउंटेंटों को नई कराधान प्रणाली के बारे में जागरूक करने के लिए संस्थान द्वारा विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जाता है। भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के पास विदेशों में भी बेहतरीन अवसर हैं। इसलिए, ऑडिट करने के लिए इंग्लैंड और कनाडा के साथ एक समझौता किया गया है।”
सीए यशवंत कासार, सीए ऋता चितळे ने भी मार्गदर्शन किया. सीए काशिनाथ पठारे ने प्रास्ताविक किया. सीए समीर लड्डा ने सूत्रसंचालन किया. सीए प्रितेश मुनोत ने आभार ज्ञापित किए.