एप्लाइड रिसर्च, टेक्नोलॉजी पर जोर देने की आवश्यकता
डॉ. सैफुर रहमान का प्रतिपादन; ‘आयस्क्वेअरआयटी’ में पाचवे अंतरराष्ट्रीय परिषद का आयोजन
पुणे : “शोधकर्ताओं, इंजीनियरों को प्रौद्योगिकी के अनुप्रयुक्त अप्लाइड अनुसंधान और टेक्नोलॉजी विकास पर ध्यान देना चाहिए। सामाजिक, पर्यावरणीय और औद्योगिक समस्याओं को हल करने के लिए नवाचार को ठीक से लागू किया जाना चाहिए। उभरती प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए, वैश्विक स्तर पर जो अवसर उभर रहे हैं, उनका लाभ उठाने के लिए,” ऐसा प्रतिपादन अमेरिका के व्हर्जिनिया टेक ऍडवान्सड रिसर्च इन्स्टिट्यूट के संचालक डॉ. सैफुर रहमान ने किया.
होप फाउंडेशन अँड रिसर्च सेंटर संचालित इंटरनॅशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी (आयस्क्वेअरआयटी), इन्स्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल अँड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिअरिंग (आयईईई) आणि पर्सिस्टंट सिस्टिम्स के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय पाचवे आंतरराष्ट्रीय परिषद में वे बोल रहे थे. इस परिषद् की संकल्पना ‘इन्फॉर्मेशन, इम्प्लीमेंटेशन अँड इनोव्हेशन इन टेक्नॉलॉजी’ यह थी. सम्मेलन से पहले आयोजित कार्यशाला में देश-विदेश के शोधकर्ताओं, छात्रों, शिक्षकों और पेशेवरों ने भाग लिया। पर्सिस्टंट सिस्टिम्स, प्रायमस टेक सिस्टिम्स, टीसीएस रिसर्च अँड स्नॅपर फ्युचर टेक आदी कंपनियों से तज्ज्ञ लोगो ने मार्गदर्शन किया.
आयस्क्वेअरआयटी’ के मोहिनी छाब्रिया कॉन्व्हेंशन सेंटर में हुए इस सम्मलेन में आयईईई पुणे सेक्शन के चेअर गिरीश खिलारी, जनरल चेअर डॉ. राजेश इंगळे, डॉ. वर्षा देगांवकर, होप फाउंडेशन अँड रिसर्च सेंटर की अध्यक्षा अरुणा कटारा, व्यवस्थापकीय विश्वस्त अमृता कटारा, पर्सिस्टंट सिस्टिम्स के डॉ. सुजय फडके, ‘आयस्क्वेअरआयटी’ की प्राचार्या डॉ. वैशाली पाटील, कुलसचिव दिनेश जोजे आदी उपस्थित थे.
इस सम्मलेन में लगभग प्राप्त हुए २५० शोधनिबंध से ६० शोधनिबंध स्वीकार किए गए. ऑस्ट्रेलिया, जपान और अमेरिका के इंडस्ट्री व शिक्षा क्षेत्र से छह तज्ज्ञ का कीनोट अड्रेस हुआ. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सस्टेनेबल इकोसिस्टिम, डेटा सायन्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्ज अँड रोबोटिक्स, कम्युनिकेशन सिग्नल प्रोसेसिंग, टेक्नॉलॉजिकल इनोव्हेशन जैसे विषयो पर चर्चा हुई.
सैफुर रहमान ने कहा की, भारत में ‘आईईईई’ के सबसे अधिक ६७००० मेंबर्स है. हम भारतीय मेंबर्स को २०२४ में होने वाले ‘आईईईई’ के शतक महोत्सवी समारोह के लिए पुणे सेक्शन के साथियों को आमंत्रित करते है. युवा पीढ़ी ने बढे सपने देखने चाहिए और सवाल पूछने की आदत डालनी चाहिए. अपने सपने पूरे करने के लिए मेहनत करना और सामाजिक प्रगति में योगदान देना जरूरी है.”
होप फाउंडेशन द्वारा आरोग्य व शिक्षण क्षेत्र में काम शुरू है, ऐसा अरुणा कटारा ने बताया. महिला अभियंता व शोधकर्ताओं को प्रोत्साहन देने हेतु श्री प्रल्हाद पी. छाब्रिया पुरस्कार दिया जाता है. गिरीश खिलारी ने ‘आईईईई’ पुणे सेक्शन के बारे में जानकारी दी.
डॉ. राजेश इंगळे सम्मलेन के बारे में बताया. डॉ. सुजय फडके ने इंडस्ट्री अकैडमी के सम्बन्ध का महत्व बताया. अमृता कटारा ने मनोगत व्यक्त किया. डॉ. वैशाली पाटील ने प्रास्ताविक किया. वैदेही बॅनर्जी ने सूत्रसंचालन किया. डॉ. वर्षा देगांवकर ने आभार ज्ञापित किए.