रीवा

कृषि उत्पादक संघों के उत्पादों को बिक्री की सुविधा मिलेगी – कलेक्टर

कृषि उत्पादक संघों के उत्पादों को बिक्री की सुविधा मिलेगी – कलेक्टर
एफपीओ के उत्पादों की बिक्री के लिए वेबसाइट बनाएं – सीईओ

रीवा से विशाल समाचार टीम 

रीवा एमपी: कलेक्ट्रेट सभागार में नाबार्ड में पंजीकृत कृषि उत्पादक संघों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि रीवा जिले में कृषि प्रमुख व्यवसाय है। बाणसागर बांध की नहरों से जिले में खेती का तेजी से विकास हुआ है। कृषि उत्पादक संघ विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से किसानों को जैविक खेती तथा आधुनिक खेती से जोड़े। कृषि उत्पादक संघों द्वारा उत्पादित विभिन्न अनाजों तथा अन्य सामग्री को बिक्री की सुविधा दी जाएगी। हल्दी तथा अन्य मसालों का बड़े पैमाने पर उत्पादन करें। इनका विशिष्ट ब्राांड बनाया जा सकता है। जिले में प्याज का भी विपुल उत्पादन हो रहा है। प्याज का पाउडर तथा पेस्ट बनाने की इकाई स्थापित कराएं। प्याज के बड़े खरीददारों से संपर्क करके प्याज की बिक्री के प्रयास किए जाएंगे। जिला स्तर पर स्वसहायता समूहों तथा एफपीओ के उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए शीघ्र ही स्थान निर्धारित किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि कृषि उत्पादक संघ जिन विभागों से जुड़े हुए हैं उनके अधिकारी संघों के साथ बैठक करके उनकी समस्याओं का निराकरण करें। जिला प्रबंधक नाबार्ड एफपीओ की प्रत्येक दो माह में बैठक आयोजित करें। खाद और बीज की बिक्री के लिए भी एफपीओ को पूरे अवसर दिए जाएंगे। इसके लिए शासन द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप आवेदन करें। सहायक संचालक उद्यानिकी मसाला तथा हल्दी उत्पादक किसानों एवं मधुमक्खी पालन करने वालों को उनके उत्पादों की बिक्री के लिए विपणन की सुविधा उपलब्ध कराएं। कोदौ की प्रोसेसिंग के लिए यूनिट की स्थापना का प्रयास करें। उप संचालक पशुपालन गौशालाओं के संचालन के लिए एफपीओ के प्रस्ताव प्राप्त कर प्रस्तुत करें। एफपीओ को समर्थन मूल्य में उपार्जन तथा धान की मिलिंग का अवसर देने के लिए शासन को प्रस्ताव दिया जाएगा।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे ने कहा कि जिले के सभी एफपीओ संगठित होकर खेती को विकसित करने का प्रयास करें। बीज उत्पादक संघों के माध्यम से जिले के अधिकतर किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराएं। प्याज तथा अन्य उत्पादों की बिक्री के लिए जिला स्तर पर वेबसाइट बनाकर एफपीओ को अपनी सामग्री के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में विभिन्न एफपीओ के प्रतिनिधियों ने उनके संघों द्वारा की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। नाबार्ड के जिला प्रबंधक सुनील ढिकले ने एफपीओ की गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में एलडीएम एसके निगम, उप संचालक कृषि यूपी बागरी तथा अन्य संबंधित अधिकारी एवं एफपीओ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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