CM तभी बनोगे जब शरद पवार को साथ लाओगे’, अजित पवार पर महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष का दावा
Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वड्डेटीवार ने कहा है कि अजित पवार को पीएम मोदी ने सीएम बनाए जाने का ऑफर दिया है.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वड्डेटीवार ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि अजित पवार को पीएम मोदी ने एक शर्त पर महाराष्ट्र का सीएम बनाने का वादा किया है. उनके मुताबित पीएम मोदी ने अजित पवार से कहा है की आप सीएम तभी बनेंगे जब आप शरद पवार को साथ में लेकर आ जाएंगे.
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष का बयान शरद पवार की भतीजे अजित पवार की मुलाकात के बाद आया है. बीते दिनों अजित पवार ने गुप-चुप तरीके से शरद पवार से मुलाकात की थी. जिसके बारे में सवाल पूछे जाने पर अजित ने जवाब में कहा था,’मुलाकात के बारे में ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है.’
‘ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है’
कोल्हापुर में पत्रकारों से बात करते हुए अजित पवार ने कहा, ‘बैठक के बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है. पवार साहब (शरद पवार) पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं. मीडिया परिवार के सदस्यों के बीच हुई बैठक को तरह-तरह का प्रचार दे रहा है, जिससे भ्रम पैदा हो रहा है. यह सोचने का कोई कारण नहीं है कि बैठक में कुछ भी असामान्य हुआ.’
‘कारोबारी के यहां हुई थी सीक्रेट मीटिंग’
शनिवार (12 अगस्त 2023) को पुणे में एक कारोबारी के आवास पर शरद पवार और अजित पवार के बीच गुप्त बैठक के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई. बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल भी मौजूद थे.
कार में छिपकर परिसर छोड़ने के बारे में पूछे जाने पर अजित पवार ने कहा कि वह कार में नहीं थे. उन्होंने कहा, मैं चोरी-छिपे नहीं गया था. मैं ऐसा व्यक्ति हूं, जो खुलेआम घूमता है. मेरे छिपने का कोई कारण नहीं था. मैं उस कार में नहीं था.
‘दोपहर के खाने पर गया था मिलने, तूल देने की जरूरत नहीं’
क्षेत्रीय चैनलों की खबर के मुताबिक, शरद पवार 12 अगस्त को दोपहर एक बजे के आसपास कोरेगांव पार्क क्षेत्र में व्यवसायी अतुल चोरडिया के आवास पर पहुंचे और शाम पांच बजे के आसपास निकलते हुए दिखाई दिए. उपमुख्यमंत्री अजित पवार को कथित तौर पर शाम पौने सात बजे एक कार में परिसर से बाहर निकलते देखा गया.
अजित पवार ने कहा, ‘चोरडिया ने पवार साहब को दोपहर के भोजन के लिए आमंत्रित किया था. उन्हें वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट में एक कार्यक्रम के बाद वहां जाना था और चूंकि उनके साथ जयंत पाटिल भी थे, इसलिए वह भी साथ गए. मैं चांदनी चौक पुल का उद्घाटन पूरा करने के बाद वहां पहुंचा.’