रिपोर्ट धर्मेंद्र गुप्ता मऊगंज
मऊगंज जिले के सिविल अस्पताल मे डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज परेशान शासन प्रशासन है मौन..!
मऊगंज बीएमओ की लापरवाही से मऊगंज सिविल अस्पताल की व्यवस्था चरमराई
मऊगंज जिला बना दिया गया लेकिन मऊगंज सिविल अस्पताल की बात किया जाए तो वहा पहले से भी अव्यवस्था हो चुकी है ।मऊगंज सिविल अस्पताल बीएमओ का पदभार अरबी चौधरी को दिया गया तब से मऊगंज सिविल अस्पताल की हालत और भी बत्तर हो गई है। पैथालाजी में मरीज अपनी जांच कराने के लिए दो या तीन दिन से भटक रहे है लेकिन उन मरीजों को जांच मऊगंज सिविल अस्पताल में नही होती वहा के कर्मचारी मरीजो को यह कहकर टाल देते है की सरकारी अस्पताल की लाइट नहीं है जब लाइट रहेगी तो जांच होगी। मरीज दिन प्रतिदिन जांच के लिए रहते है परेशान।
बता दे की ड्यूटी का समय में डॉक्टर अपने रूम में पैसेंट देखते है।मरीज सिविल अस्पताल में दिखाने के लिए जाता है तो न वहा पर 11:00 के बाद ना तो डॉक्टर उपलब्ध रहते ना ही मरीजों को सही ढंग से दवाई उपलब्ध कराई जाती है जब ये बात बीएमओ से बोला जाता है की अस्पताल में दवाई यहां उपलब्ध नही है तो बीएमओ का कहना है कि ऊपर से ही नहीं उपलब्ध कराई जाती तो मैं क्या करूं साफ इंकार कर दिया जाता है की यह दवाई यहां नहीं है मार्केट से ले लो।
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री गरीबों के लिए इतनी योजना चालू की है लेकिन एक भी योजना गरीब उसका लाभ नहीं ले पा रहा है मऊगंज जिले के कलेक्टर अजय श्रीवास्तव का डर भी इन अधिकारियों को नही है।कलेक्टर के जांच करने के बाद भी आज मऊगंज सिविल अस्पताल की व्यवस्था उसी तरह है। जैसी पहले थी