उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने तीन दिवसीय भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस का किया शुभारंभ
इंजीनियर देश के विकास की रीढ़ है – उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
रिपोर्ट अनिल कुमार सिंह मऊगंज
रीवा एमपी:. इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) लोकल सेंटर जबलपुर के तत्वावधान में तीन दिवसीय 38वीं भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस का उद्घाटन प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने किया। इस वर्ष “रीइमेजिनिंग टुमॉरो: “शेपिंग द फ्यूचर थ्रू डिसरप्टिव एंड इंटरडिसिप्लिनरी टेक्नोलॉजीज” विषय पर इंजीनियरिंग कांग्रेस का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश में पहली बार इतना बड़ा आयोजन हो रहा है। इस आयोजन से प्रदेश सरकार पूरी तरह फायदा उठायेगी। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग कांग्रेस के दौरान जो भी पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे इसका पूर्ण अध्ययन प्रदेश सरकार कराएगी और प्रदेश के विकास में उसका उपयोग किया जाएगा। श्री शुक्ल ने कहा कि सरकार इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर्स के सुझावों पर विचार कर उसे लागू करने के लिए तत्पर रहेगी। इंजीनियर हमारे देश के विकास की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ता विकसित राज्य है जिसमें इंजीनियरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने समाज में इंजीनियरों की भूमिका के बारे में बोलते हुए कहा कि इंजीनियरों पर राष्ट्रीय नुकसान से देश को बचाने की जिम्मेदारी भी है क्योंकि इंजीनियर कम खर्चे में ज्यादा काम करवाने में सक्षम रहते हैं। उन्होंने कहा कि इंजीनियरों के पास ज्ञान और क्षमता है जिससे वह समाज के हर वर्ग के लिए अपना पर्याप्त योगदान देते हैं।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि भारत सरकार के पूर्व सचिव श्री यूपी सिंह थे। इस अवसर पर मेजर जनरल डॉ एमजेएस सायली, सेक्रेटरी एवं संचालक जनरल जनरल आईईआई जबलपुर लोकल सेंटर के अध्यक्ष ब्रिागेडियर व्ही के त्रिवेदी, आईईआई के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ जी रंगनाथ, आईईआई के वर्तमान अध्यक्ष इंजीनियर शिवानंद राय, ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के अध्यक्ष राकेश कुमार राठौर एवं जबलपुर लोकल सेंटर के सेक्रेटरी राजीव जैन, जबलपुर लोकल सेंटर आईके खन्ना, विनोद बिलथरे, श्री वीरेंद्र साहू, श्री तरुण आनंद, पी सी दुबे सहित अनेक इंजीनियर और विशेषज्ञ, प्रसिद्ध उद्योगपति उपस्थित रहे।
पहले दिन प्रस्तुत हुए मेमोरियल लेक्चर – आयोजन समिति के मीडिया प्रभारी इंजीनियर तरुण आंनद ने बताया कि 38 वीं इंडियन इंजीनियरिंग कांग्रेस के पहले दिन अनेक मेमोरियल लेक्चर प्रस्तुत किए गए। इसमें सर एम विश्वेसवरैया मेमोरियल लेक्चर कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के रिटायर्ड डायरेक्टर डॉक्टर एस सुमंत ने प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने पावर ट्रांसमिशन क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी और गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त होने वाली विद्युत को ट्रांसमिशन नेटवर्क में इंटीग्रेटेड करने के संबंध में अपने विचार रखें। इसके अलावा भैक्का मेमोरियल लेक्चर, सर राजेंद्र नाथ मुखर्जी मेमोरियल लेक्चर, नीधु भूषण मेमोरियल लेक्चर, डॉ एएन खोसला मेमोरियल लेक्चर, डॉ अमिताभ भट्टाचार्य मेमोरियल लेक्चर, प्रोफेसर सीएस झा मेमोरियल लेक्चर एवं डॉ केएल राव मेमोरियल लेक्चर प्रस्तुत किए गए।
वूमेन इंजीनियर्स मीट – इस कांग्रेस में विभिन्न कार्यक्रमों के अलावा वूमेंस इंजीनीयर्स मीट विशनरी टॉक, एल्युमिनाई मीट जैसे अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।