लखनऊ

श्री राम और भक्तों की सेवा में नगर विकास ने जनशक्ति, मशीन, वाहन और उपकरण किये समर्पित

श्री राम और भक्तों की सेवा में नगर विकास ने जनशक्ति, मशीन, वाहन और उपकरण किये समर्पित

5000 सफाईमित्र, 155 सफाई व अन्य उपयोगी उपकरण, 200 ई-बस व ऑटो और 800 पोर्टेबल टॉयलेट्स किये स्थापित

श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर नगर विकास मंत्री ने सफाई, सुशोभन, व्यवस्थापन के साथ ही दिया प्रदूषण मुक्त वातावरण

लखनऊ विशाल समाचार नेटवर्क टीम

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने अयोध्याधाम में भगवान मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को अयोध्या के पुराने गौरव के साथ दिव्य और भव्य अयोध्याधाम के दर्शन कराने तथा प्राण-प्रतिष्ठा के बाद भी अयोध्याधाम आने वाले श्रद्धालुओं को भारत की प्राचीन संस्कृति के गौरव का बोध कराने के लिए नगर विकास विभाग से जनशक्ति, मशीन, वाहन और उपकरणों को श्रीराम की नगरी को समर्पित कर दी है। 5000 सफाईमित्र,155 सफाई व अन्य उपयोगी उपकरण, 200 ई-बस व ऑटो और 800 पोर्टेबल टॉयलेट्स भी अयोध्याधाम में स्थापित कर स्वच्छ वातावरण देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने श्री अयोध्याधाम में पुरुषोत्तम भगवान श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को और भी भव्य और दिव्य बनाने क लिए सभी नगरीय निकायों को विशेष रूप से सजग रहने के निर्देश दिये थे। जिसके फलस्वरूप में सभी नजदीकी निकायों ने अयोध्या को और भी भव्य और दिव्य बनाने के लिए मानवबल, मशीन, उपकरणों को अयोध्या भेजकर अयोध्याधम को दिव्य व भव्य बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दिया। साथ ही अपनी निकाय को भी स्वच्छ और सुंदर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। नगर विकास विभाग ने अयोध्याधाम की स्वच्छता और सुशोभन को उच्च मानक पर ले जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। 5000 से अधिक सफाई मित्रों ने 24 घंटे काम कर अयोध्या को स्वच्छ बनाया है। वहीं विभाग द्वारा 155 सफाई मशीनों और उपकरणों को भी कार्य में लगाया गया है।

अयोध्याधाम को स्वच्छ बनाने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 800 पोर्टेबल टॉयलेट को भी स्थापित किया गया है। वहीं अयोध्याधाम में श्रद्धालुओं, यात्रियों एवं पर्यटकों को सुविधाजनक एवं सुलभ परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए नगर विकास विभाग द्वारा छः रूटों पर 200 इलेक्ट्रिक बस व् 25 ई-आटो का संचालन किया जा रहा है. श्रद्धालुओं, यात्रियों एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए 05 अलग-अलग कलर कोड में इलेक्ट्रिक बसें संचालित की गई हैं। ई-बसों के संचालन से अयोध्यावासियों और पर्यटकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है और बड़ी संख्या में इन बसों में यात्री सफर भी कर रहे हैं। जिन छः रूटों पर इन बसों का संचालन किया जाना है, उसमें 23 किलोमीटर लम्बे कटरा रेलवे स्टेशन से सहादतगंज, रामपथ पर लाल कलर कोड की 40 बसें चलेंगी, जिससे गोरखपुर एवं गोण्डा व इससे जुड़े मार्गों से आने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी। सलारपुर से अयोध्याधाम बस स्टेशन तक 22 किमी0 लम्बे मार्ग पर पीले कलर कोड की 40 बसें, इससे लखनऊ मार्ग से आने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी। अयोध्याधाम बस स्टेशन से भरतकुंड तक 41 किमी0 लम्बे मार्ग पर नारंगी कलर कोड की 40 बसों से प्रयागराज एवं सुल्तानपुर व इससे जुड़े मार्गों से आने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी। अयोध्याधाम बस स्टेशन से बारून बाजार तक 33 किमी0 लम्बे मार्ग पर बैगनी कलर कोड की 40 बसों से बांदा एवं झांसी व इससे सम्बद्ध मार्ग के यात्रियों को सुविधा मिलेगी। अयोध्याधाम बस स्टेशन से पूरा बाजार तक 33 किमी0 लम्बे मार्ग पर हरे कलर कोड की 40 बसें चलायी जायेंगी, इससे वाराणसी एवं अकबरपुर व इससे सम्बद्ध मार्ग से अयोध्याधाम आने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इसके अतिरिक्त महर्षि वाल्मीकि अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से श्रीराम जन्मभूमि तक वाया लता मंगेशकर चौक से 17 किमी0 लम्बे मार्ग पर 04 इलेक्ट्रिक बसें चलायी जायेंगी, इससे एयरपोर्ट से आने वाली यात्रियों को सुविधा मिल रही है। वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसें व ई-ऑटो श्रद्धालुओं, यात्रियों एवं दर्शनार्थियों के लिए काफी सुलभ, सुरक्षित एवं लोकप्रिय पब्लिक ट्रॉन्सपोर्ट के रूप में जानी जायेंगी, इससे लोगों को वायु एवं ध्वनि प्रदूषण से भी मुक्ति मिली है। यह परिवहन सेवा दिव्यांग मित्रों, वृद्धजनों एवं महिलाओं के काफी सुरक्षित है। इन बसों में यात्रियों की सुरक्षा (विशेष रूप से महिलाओं) के लिए 05 सीसीटीवी एवं 10 पैनिक बटन की भी व्यवस्था की गई है तथा सेफ सिटी परियोजना के अन्तर्गत पुलिस हेल्पलाइन डायल यूपी-112 से भी जोड़ा गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए अयोध्याधाम बस स्टेशन पर 24×7 कन्ट्रोल रूम की स्थापना करायी गयी है, जिसका मो0नं0 +918853364763 भी संचालित है। यात्रियों, पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की जानकारी के लिए प्रमुख स्टॉपेज, तीर्थ स्थलों, रेलवे व बस स्टेशनों पर इन इलेक्ट्रिक बसों का रूट मैप भी लगवाया गया है। साथ ही अयोध्या पुलिस की एलईडी दिव्य अयोध्या ऐप पर भी इसको प्रदर्शित किया जायेगा।

 

 

वहीं अयोध्या को जाने वाले मुख्य मार्गों पर देश व विदेश की विभिन्न भाषाओं में अयोध्याधाम की दूरी, दिशा, को दर्शाने वाले शाइनेज लगाए गए हैं, जिसमें सम्बंधित निकाय की लोेकेशन और स्वागत संदेश भी लिखा गया है। सम्बंधित निकायों ने सभी रेलवे स्टेशनों व एयरपोर्ट के अन्दर व इसके आस-पास अयोध्या की दूरी दर्शाने तथा स्वागत के शाइनेज भी लगाए हैं। साथ ही इन मार्गों पर सम्बंधित निकाय नगर विकास की योजनाओं का प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग्स भी लगाई हैं। नगर विकास मंत्री ने लखनऊ और गोरखपुर नगर निगम ने अयोध्या धाम की बेहतर व्यवस्था हेतु पर्याप्त मैन पावर और मशीनरी शीघ्र उपलब्ध कराई है। श्रद्धालुओं को ठण्ड से बचाने के लिए शेल्टर होम्स के साथ अलाव जलाने की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है। एयरपोर्ट, बस व रेलवे स्टेशनों व ऐतिहासिक/धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई, सुशोभन व अन्य व्यवस्था के साथ इनको जोड़ने वाले मुख्य मार्गों की साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया गया है. मुख्य मार्गों की सम्पूर्ण स्ट्रीट लाइट्स, रोड कान्जेक्शन व ट्रैफिक व्यवस्था में भी सुधार किया गया है। गलियों, सड़कों, नाले व नालियों की सफाई, मार्ग प्रकाश, व कार्मिकों की वार्डवार ड्यूटी लगाकर उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है. गलियों की इन्टरलाकिंग, सड़कों को गड्ढामुक्त, खुली नालियो को ढकने के कार्य के साथ ही मलिन बस्तियों की साफ-सफाई और व्यवस्थापन आदि कार्यों पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। मार्गों के सुन्दरीकरण के लिए बड़े पौधेयुक्त गमले भी रखे गए हैं। श्रद्धालुओं के ठहरने हेतु पर्याप्त रैन बसेरा, शुद्ध पेयजल, अलाव जलाने की व्यवस्था, महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग-अलग टॉयलेट बनाये गए हैं। शौचालयों में अस्थायीय टॉयलेट, वीआईपी टॉयलेट, पब्लिक टॉयलेट, स्मार्ट टॉयलेट और महिलाओं के पिंक टॉयलेट भी बनाए गए हैं। सरयू घाटों पर चेन्जिंग रूम बनाये गए हैं। साथ ही अयोध्या धाम को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए नो प्लास्टिक बैग जोन विकसित किये गए, मन्दिरों व सार्वजनिक स्थलों के आस-पास कपड़ों का बैग उपलब्ध कराने के साथ ही जगह-जगह प्लास्टिक कलेक्शन बॉक्स भी लगाए गए हैं। सभी क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से निगरानी की व्यवस्था की गयी है। इन्टीग्रेटेड कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को भी पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जा रहा है।

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