एमएसएमई डिफेन्स एक्सपो 2024 का हुआ शानदार समापन
स्वदेशी रक्षा उत्पादन में भारत की क्षमताओं का हुआ प्रदर्शन
विशाल समाचार टीम पुणे: पिंपरी–चिंचवड के मोशी में आयोजित महाराष्ट्र एमएसएमई डिफेन्स एक्सपो-2024 का सोमवार 26 फरवरी को शानदार समापन संपन्न हुआ. तीन दिनों तक चली इस भव्य प्रदर्शनी में भारत के स्वदेशी रक्षा उत्पादों और रक्षा के क्षेत्र में भारत की मजबुती का जमकर प्रदर्शन हुआ. रक्षा संबंधी अत्याधुनिक विभिन्न हथियारों और सेनाओं के लिए जरुरी साजो–सामान की यहां तीन दिनों तक नुमाईश हुई. साथ में यहां रक्षा से संबंधी विभिन्न चर्चासत्रों और रक्षा विशेषज्ञों के मार्गदर्शक व्याख्यानों की प्रस्तुती हुई.
महाराष्ट्र सरकार और मैक्स एयरोस्पेस एंड एविएशन प्राइवेट लिमिटेड, एसबीएल एनर्जी लिमिटेड, निबे लिमिटेड और म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड के बीच सहयोग के लिए एमओयू का होना इस अनोखे एक्सपो का एक महत्वपूर्ण पहलू रहा. इस कार्यक्रम में गहन पैनल चर्चाएं भी हुईं, जिसमें रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के वर्तमान परिदृश्य पर प्रकाश डाला गया. साथ ही रक्षा क्षेत्र में बुनियादी तौर पर आत्मनिर्भरता के लिए भारत की राह में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर गहन मंथन किया गया.
एक्स्पो की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि, इस भव्यतम प्रदर्शनी को मात्र तीन दिनों के भीतर ही 2 लाख से अधिक लोगों ने भेंट कर प्रदर्शनी का लाभ लिया. एक्स्पो में डीआरडीओ, एलएंडटी, भारत फोर्ज, निबे लिमिटेड जैसी प्रमुख संस्थाओं के रक्षा उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। रक्षा उद्योग के प्रमुख खिलाड़ियों ने इस कार्यक्रम में उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की, जिसमें छोटे से लेकर बड़े हथियारों की श्रेणी के साथ–साथ विविध सैन्य वाहन और उन्नत वायु–रक्षा और मिसाइल प्रणालियाँ शामिल थीं। उल्लेखनीय यह कि, प्रदर्शनी में उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड, शक्तिशाली धनुष तोपखाने बंदूक, सटीक फील्ड होवित्जर 77 बोफोर्स बंदूक, टी -90 भीष्म और अर्जुन टैंक, इन्फैंट्री कैरीइंग वाहन बीएमपी–द्वितीय के साथ प्रदर्शित किए गए। इसके अतिरिक्त उपस्थित लोगों को भारतीय वायु सेना (IAF) मेक इन इंडिया निर्मित समर II और आकाश सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणाली को देखने का अवसर मिला.
एक्स्पो के दौरान हुए र्चासत्रों में PVSM AVSM VM ADC एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी, नौसेना स्टाफ के प्रमुख PVSM AVSM VSM ADC एडमिरल आर. हरी कुमार, थल सेनाध्यक्ष PVSM AVSM VSM ADC जनरल मनोज पांडे और भारतीय सशस्त्र बलों के रक्षा स्टाफ के प्रमुख जनरल (CDS) PVSM UYSM AVSM SM VSM अनिल चौहान ने हिस्सा लिया. सेना के इन सभी जिम्मेदार और वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्होंने रक्षा क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों की संभावनाओं के बारे में छात्रों को मार्गदर्शन दिया तथा उनके साथ खुला संवाद किया.
एडमिरल आर. हरी कुमार ने कहा कि, इस समय हम अमृत काल की ओर बढ़ रहे हैं, जहां भारत का लक्ष्य 2047 तक पूर्ण विकसित देश बनना है, भारतीय नौसेना को विश्वास है कि जहाज, पनडुब्बियां, विमान और रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कोई भी उपकरण भारत में निर्मित होंगे। हमारे ‘आत्मनिर्भर भारत‘ मिशन की दिशा में एमएसएमई एक्सपो सशस्त्र बलों और रक्षा उद्योग को एकजुट करने और उनके बीच संवाद बनाने का एक बेहतरीन मंच साबित हुआ है। चूंकि आईएनएस विक्रांत पहले से ही 500 एमएसएमई के साथ जुड़ा हुआ है, इसलिए हम छोटे खिलाड़ियों के सामने आने वाली फंडिंग चुनौतियों से निपटने की आवश्यकता को समझते हैं और उन्हें संबोधित करने के लिए सिडबी के साथ काम कर रहे हैं। जैसे–जैसे हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन रहे हैं, जहां समुद्र के माध्यम से अधिक व्यापार किया जाएगा, भारतीय नौसेना एक सुरक्षित, स्थिर और संरक्षित क्षेत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
जनरल मनोज पांडे ने कहा कि, पुणे अनुसंधानी संशोधन संस्थानों, स्टार्टअप, अनुसंधान केंद्रों और विनिर्माण इकाइयों के एक प्रतीक के रूप में स्थापित हुआ है, जो आर्थिक विकास को गति देते हैं। यह न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया भर के लिए अग्रणी नवोन्मेषी उत्पादों, समाधानों और सेवाओं के लिए प्रसिद्ध शहर है। आज जैसे ही हम एकत्र हुए हैं, हम प्रगति के लिए अपने राष्ट्र के दृष्टिकोण की नींव पर गहराई से विचार कर रहे हैं। एक विकसित राष्ट्र के रूप में उभरने का हमारा संकल्प हमारे युवाओं की दृढ़ता, विश्वास, कड़ी मेहनत और बलिदान से प्रेरित है। वे हमारे राष्ट्र के विकास के पीछे प्रेरक शक्ति हैं।
डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने बताया कि, भारत के भविष्य के लिए हमारे प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण हमारी प्रगति को निश्चित दिशादर्शन करता है। विशेष रूप से रक्षा क्षेत्र में 2047 तक विश्व स्तर पर नेतृत्व करने के लिए हमें एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना होगा जो शिक्षा, एमएसएमई और स्टार्टअप उद्योग को एकजुट करे। हाल के विकास और विघटनकारी प्रौद्योगिकियों के साथ हमारा लक्ष्य न केवल अपनी सेवाओं को बढ़ाना है बल्कि रक्षा क्षेत्र में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनना भी है। हम मिलकर उम्मीदों से आगे निकल सकते हैं और 2047 से पहले ही अपने लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।”
निबे लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी तथा इस एक्सपो के नॉलेज पार्टनर गणेश निबे ने अपने मंतव्य में एक्स्पो की संकल्पना को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि, हमें एमएसएमई डिफेंस एक्सपो 2024 के साथ साझेदारी करने पर बेहद गर्व है, जो एक ऐतिहासिक कार्यक्रम साबित हुआ है। भारत में नवीनतम स्वदेशी रक्षा उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के कार्य को इस कार्यक्रम ने प्रकाशमान किया है। यह प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया पहल का प्रतीक है। इस एक्सपो ने गोला–बारूद, लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों सहित महत्वपूर्ण रक्षा संपत्तियों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए हमारे देश की प्रतिबद्धता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।