सीएम योगी के मंच पर रोने लगी संघमित्रा मौर्य, क्या राजा दशरथ की कहानी सुनकर हुई भावुक?
Sanghmitra Maurya Crying: बदायूं लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य भावुक दिख रही हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के मंच पर वह रो पड़ीं। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। बदायूं के मंच पर बगल में बैठी मंत्री गुलाब देवी ने उनसे बात भी की, लेकिन संघमित्रा रोती हुई उठकर चली गई। सांसद ने इसका अलग कारण बताया है।
बदायूं: बदायूं से मौजूदा बीजेपी सांसद और स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य का मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ सभा में फूट- फूटकर रोने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह बदायूं में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रबुद्ध सम्मेलन के लिए बनाए गए मंच पर मौजूद थीं। वह कुर्सी पर बैठी थीं और रो रही थीं। उन्होंने दोनों हाथ आंखों पर रखे हुए थे। आंसू पोंछ रही थीं। जिस वक्त सांसद रो रही है, तब तक सीएम नहीं पहुंचे थे। सासंद संघ मित्रा की बराबर वाली कुर्सी पर यूपी की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी बैठी थीं। मंत्री संघमित्रा से बात करती दिख रही है। मगर वह रोती रही और कुछ देर बाद आंसू पोंछती हुई मंच से उठकर चली गईं। सीएम के मंच पर आने के बाद सांसद संघमित्रा फिर मंच पर आ गईं। माना जा रहा कि टिकट कटने से दुखी होकर संघ मित्रा रोई थी।
दरअसल, बीजेपी ने इस बार बदायूं से 2019 में सांसद चुनी गई संघमित्रा का टिकट काटकर दुर्विजय शाक्य को कैंडिडेट बनाया है। माना जा रहा है कि संघमित्रा का टिकट उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के बडबोलेपन और बीजेपी से तल्खी की वजह से कटा है। सियासी जानकारों का कहना है कि 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद से स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू देवी-देवताओं और बीजेपी सरकार को लेकर टिप्पणी करते रहे हैं। टिकट कटने की एक वजह यह भी गिनी जा रही है कि संघमित्रा का जिला संगठन से अच्छा तालमेल नहीं था। कार्यकर्ता से दूरी थी।
संघमित्रा ने बताया कारण, मंत्री ने लिया पक्ष
संघमित्रा मौर्य ने बदायूं में स्थायी आवास नहीं बनवाया। उन बाहरी होने का आरोप लगा रहा। सपा से कद्दावर नेता शिवपाल यादव को टिकट मिलने के बाद बीजेपी नया चेहरा लाने की पक्षधर थी। हालांकि, संघमित्रा ने सीएम के जाने के बाद खुद के रोने की वजह यूं बताई कि मंच पर प्रदेश की मंत्री गुलाबो देवी उनको राजा दशरथ से जुड़ी भावुक कहानी सुना रही थी। उस कहानी की वजह से आंखे नम हुई थी। उन्होंने कहा कि संघमित्रा कोई कमजोर नहीं हैं, बहादुर हैं।
गुलाबो देवी ने कहा कि संघमित्रा आधी आबादी का नेतृत्व करने वाली हैं। टिकट कटने की वजह से रोने को गलत बताया और कहा कि यह कारण होता तो तब वह पहले दिन कैंडिडेट के साथ बरेली से बदायूं नहीं आती। पूरे समय उनके साथ नहीं रहती। अगर कोई बात होती तो वह साथ नहीं होती। पार्टी में किसी तरह के मान-सम्मान की भी कोई दिक्कत नहीं हैं।