रीगा अंचल कार्यालय बना अधिकारियों का धांधली आदा महिला अंचलाधिकारी होने के बावजूद भी महिलाओं कि दर्द को नहीं समझा जाता है
एक नकल निकालने के लिए भी महिलाओं को भी 10 से 12 दिन तक चक्कर लगवाया जाता है
बेबस महिला
रिपोर्ट: विकेश कुमार पुर्वे सीतामढ़ी: भूखे प्यासे अंचल का चक्कर लगाने पर मजबूर होती अपने काम काज से बताया की अधिकार के आने का कोई समय फिक्स नहीं है और नही काम करने का एक बेबस महिला अपने जमीन के दाखिल खारिज के नकल निकालने के लिए 12 दिन से भूखे प्यासे चक्कर लगाती रही जब महिला का सब्र टूटा तो उन्होने शनिवार को 4 घंटे तक भूखे प्यासे अंचल में बैठी रही काम करवाने के लिए जब सारा प्रक्रिया पूरा हो गया तो अंचल के बड़ा बाबू को हस्ताक्षर करवाने के लिए बोली कि हम गरीब आदमी है कमैनि करने जाना है
है हस्ताक्षर कर दीजिये कहती रही लेकिन साहब उस बेवस महिला की एक न सुनी जब अपने निजी कार्य से अंचल आए समाज सेवी सह पत्रकार विकेश कुमार पूर्वे को समस्या बताई तो उन्होने अधिकारी से आग्रह करते हुए हस्ताक्षर कर देने को बोला तो
एक सुर से अधिकारी नहीं करेंगे नहीं करेंगे क्यों करेंगे का कहने लगे जब इसकी शिकायय आंचलाअधिकारी से करने पर वह पत्रकार पर ही गुस्सा पड़ी और उनका मोबाइल बंद करवा दी उनको सरकारी कार्य में बढ़ा पंहुचाने का झुटा आरोप लगाकर fir करने की धमकी देने लगी हालाँकि पूरी घटना का वीडियो बना लिया गया है जो इस बक्त सोशल मीडिया पर तेजी से वारल हो रहा है जिसमें खुलेआम देखा जा रहा हैं की अधिकार किस प्रकार से
लपरवाई तथा परसान कर रहे हैं aur वह बता रहे हैं यहाँ to 10 से15 दिन लगा है DCRL अनुमंडल मे 6 महीना
दौड़ियेगा तब पता चलेगा