भिखारी समझ महिला ने दिए 10 रुपए, फिर लग्जरी कार में बैठा वही शख्स, निकाला करोड़ों की संपत्ति का मालिक
When this Rich Superstra was mistaken for a beggar: फिल्म स्टार पर्दे पर तो कई गेटअप में आते हैं लेकिन अपनी असल जिंदगी में वे हमेशा ही एक शानदार स्टाइल स्टेटमेंट में दिखते हैं. जैसे अल्लू अर्जुन को ही ले लीजिए, जो पुष्पा में एक ठेठ गंवार के रूप में दिखते हैं लेकिन असल जिंदगी में वे मोस्ट डैशिंग स्टार हैं. साउथ में उनके जैसे और भी कई स्टार्स हैं जो पर्दे पर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दे चुके हैं. लेकिन यहां हम एक ऐसे अभिनेता के बारे में बात कर रहे हैं जो पर्दे पर तो काफी स्टाइलिश दिखता है लेकिन असल जिंदगी में बिल्कुल उससे अलग है और सादगी भरा जीवन जीता है. वो इतना सिंपल तरीके से रहता है कि एक बार तो उसे लोगों ने भिखारी ही समझ लिया था.
एक बार की बात है, जब साउथ के एक बड़े सुपरस्टार ने मंदिर जाने की ख्वाहिश जताई, क्योंकि तब उनकी एक फिल्म रिलीज हुई थी. लेकिन उस दौरान उन्हें लगा कि अगर वे मंदिर किसी को सूचित कर जाएंगे तो वहां लोगों की भीड़ जमा होगी और भगदड़ हो सकती है, लिहाजा उन्होंने बाद में बिना बताए ही जाने का फैसला किया
वो हीरो कोई और नहीं बल्कि रजनीकांत हैं जो अपनी असल जिंदगी में बहुत सिंपल रहते हैं जबकि पर्दे पर आप उन्हें अलग- अलग तरह के एक्शन अवतार में देखते आए हैं. एक बार रजनी बहुत ही साधारण रूप में एक मंदिर में गए थे और वे परिसर के बाहर एक आम व्यक्ति की तरह सीढ़ियों पर बैठ गए.
तभी वहां से एक महिला गुजर रही थी जिसकी नजर रजनी पर पड़ी और उसने उन्हें भिखारी समझ भीख में 10 रुपए का दान दिया. रजनीकांत ने भी चुप-चाप वो 10 रुपए की भीख रख ली. इस घटना का जिक्र रजनीकांत की ऑटोबायोग्राफी ‘द नेम इज रजनीकांत’ में हुआ
ये मामला साल 2007 का है जब उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शिवाजी: द बॉस’ रिलीज हुई थी. इस फिल्म ने न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी धूम मचा दी थी और खूब कमाई. इस फिल्म को दर्शकों ने खूब सराहा और फिर रजनीकांत को अचानक मंदिर जाने की सूझी और जिस हाल में वे देखे गए थे, उसे देखने के बाद कई लोग आश्चर्य में पड़ गए थे.