भगवान का भजन ही सार बाकी सब बेकार : अनूप ठाकुर महाराज
हरदोई विशाल समाचार:जिला हरदोई के ग्राम परचौली में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस में असलापुर धाम से पधारें सुप्रसिद्ध कथा व्यास परम पूज्य अनूप ठाकुर जी महाराज ने कहा कि इस कलियुग में भगवान का भजन ही सार हैं, हरिनाम के अलावा सब संसार स्वप्नवत हैं!
मनुष्य जीवन में जाने अनजाने प्रतिदिन कई पाप होते है। उनका ईश्वर के समक्ष प्रायश्चित करना ही एक मात्र मुक्ति पाने का उपाय है। उन्होंने ईश्वर आराधना के साथ अच्छे कर्म करने का आह्वान किया। जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों का श्रवण करने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, संग्रह आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए।
व्यासपीठ के माध्यम से अनूप ठाकुर ने भागवत कथा के दौरान कपिल चरित्र, सती चरित्र, धुव्र चरित्र, जड़ भरत चरित्र, नृसिंह अवतार आदि प्रसंगों पर प्रवचन करते हुए कहा कि भगवान के नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है।
व्यास जी ने भगवत कीर्तन करने, ज्ञानी पुरुषों के साथ सत्संग कर ज्ञान प्राप्त करने व अपने जीवन को सार्थक करने की अपील की।
अनूप महाराज ने कहा भक्ति, वैराग्य और मुक्ति पाने के लिए भागवत की सुनो, केवल सुनो ही नहीं भागवत की मानो भी! सच्चा वैष्णव वहीं हैं जो कृष्ण की सुने और उनको माने, गीता की सुने और गीता को माने माता पिता गुरु की सुने और उसको मानें, तो आप सभी के कर्म श्रेष्ठ होंगे, और जब कर्म श्रेष्ठ होंगे तो आप वैराग्य की ओर अग्रसर हो जायेंगे! इस मौके पर परिक्षित सुरेश सिंह ने सपत्नीक व्यास पूजन किया कथा श्रवणार्थ सतीश सिंह मास्टर, रमेश सिंह, अमर सिंह, रामवीर सिंह, घनश्याम सिंह, महेन्द्रपाल सिंह पप्पू , नरेंद्र सिंह, संजय सिंह, नितिन सिंह, विजय सिंह समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहें!