नोबल हॉस्पिटल्स अँड रिसर्च सेंटर ने मनाया नर्सिंग वीक २०२४
पुणे: नोबल हॉस्पिटल्स अँड रिसर्च सेंटर ने हाल ही में नर्सिंग वीक 2024 के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम ‘दिल की बात विद पैशन फायर’ का आयोजन किया. नर्सिंग की अगली पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए भारत और दुनिया भर में नर्सिंग क्षेत्र के नेतृत्व के साथ बातचीत करना यह इस कार्यक्रम का उद्देश्य था. जॉइंट कमिशन इंटरनॅशनल , यूएसए के सर्वेयर जॉन सेल, इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंस में नर्सिंग सेवा की प्रमुख अर्पिता मोंडल,टीजीआयएन उपप्राचार्य व प्राध्यापिका और एमयूएचएस की प्रथम नर्सिंग डीन डॉ. श्रीलेखा राजेश, कोलकाता के टाटा मेडिकल सेंटर की सहाय्यक प्राध्यापक और मिसेज इंडिया प्रतियोगिता में राइजिंग स्टार ट्रॉफी की विजेता श्रीपर्णा गिरी ने नर्सेस से बातचीत की और उनके सफर के बारे में बात की. नोबल हॉस्पिटल, पुणे की मुख्य नर्सिंग अधिकारी सोनिया मॅथ्यू और गुणवत्ता और नर्सिंग सेवाओं की संचालक तृप्ती नंदा ने सत्र का संचालन किया।
नर्सिंग प्रोफेशन का दायरा बहुत बड़ा है. इस अवसर पर विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र में दृढ़ता, टीम वर्क, सहकर्मियों को समर्थन, सीखने की इच्छा जैसी आवश्यक चीजों के महत्व पर प्रकाश डाला.
यूएस एयर फ़ोर्स मेडिकल सर्विसेस में नर्स के तौर पर काम किए हुए और जॉइंट कमिशन इंटरनॅशनल, यूएसए के सर्वेयर जॉन सेल ने ऑडियो-विज़ुअल के माध्यम से नर्सेस को संबोधित करते हुए कहा, किसी वैद्यकीय समस्या होने से लेकर अस्पताल पहुंचने और उपचार तक की पूरी सफर के दौरान नर्स का मरीजों के साथ सबसे अधिक संपर्क होता है. इलाज ही नहीं बल्कि उनकी बात पर यकीन करने वाले परिवार को मानसिक सहारा भी मिलता है.
उन्होंने कहा कि टीम वर्क, मरीजों के प्रति समर्पण के साथ-साथ टीम के भीतर आपसी प्रतिबद्धता से मरीजों को सर्वोत्तम संभव परिणाम मिलते हैं.
नोबल हॉस्पिटल ॲन्ड रिसर्च सेंटर के संचालक डॉ.दिविज माने ने कहा की, जेसीआई गोल्ड सील को विश्व स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में अस्पतालों के लिए गुणवत्ता और उत्कृष्टता के उच्चतम मानक के रूप में जाना जाता है और इसे हासिल करने के लिए नर्सिंग टीम को अत्यधिक प्रशिक्षित होने की आवश्यकता है. नोबल हॉस्पिटल की नर्सिंग टीम इन वैश्विक मानकों के अनुरूप अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है, ऐसी समर्पित टीम पर हमें गर्व है.