नमामि गंगे अभियान के तहत जिले भर में किए जा रहे हैं जल संरक्षण के कार्य
रीवा विशाल समाचार संवाददाता:जिले भर में 5 जून से 16 जून तक नमामि गंगे अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत परंपरागत जल स्त्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए साफ-सफाई तथा जीर्णोद्धार के कार्य किए जा रहे हैं। इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे ने बताया कि अभियान के तहत पुरानी जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। इसमें तालाब, नदी, बावड़ी तथा कुंओं की साफ-सफाई एवं सुधार शामिल है। स्टापडैम में सुधार एवं कड़ीशटर लगाने का कार्य भी अभियान के दौरान किया जाएगा। अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं तथा आमजनता का सहयोग लिया जा रहा है।
डॉ सोनवणे ने बताया कि नमामि गंगे अभियान का शुभारंभ विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को किया गया। अभियान के प्रथम दिन मऊगंज जिले में 161 व्यक्तियों तथा रीवा जिले में 333 व्यक्तियों ने तालाबों के गहरीकरण एवं साफ-सफाई में श्रमदान किया। मऊगंज में पुराने तहसील भवन के पास स्थित तालाब, मऊ बगदरा तालाब तथा ग्राम पंचायत पिपराही में तालाब गहरीकरण एवं साफ-सफाई का कार्य किया गया। विकासखण्ड रीवा में ग्राम शुकुलगवां में उसरा तालाब एवं सेमरिया में भवरा नाला की साफ-सफाई की गई। विकासखण्ड जवा की ग्राम पंचायत छदहना में सेमरिया तालाब एवं विकासखण्ड सिरमौर की ग्राम पंचायत बरा के कोठरिया तालाब का गहरीकरण किया गया। विकासखण्ड गंगेव में बेलवा पैकान ग्राम पंचायत में तालाब की साफ-सफाई तथा गहरीकरण के कार्य में 50 व्यक्तियों ने योगदान दिया। नईगढ़ी में ग्राम कुशहा के बम्हनिया तालाब तथा ग्राम कोट के नया तालाब में श्रमदान किया गया। त्योंथर में ग्राम बजरा में खेत तालाब में श्रमदान किया गया।
डॉ सोनवणे ने बताया कि नमामि गंगे अभियान के तहत 5 जून को ग्राम पंचायत पहाड़ी में तालाब की साफ-सफाई तथा गहरीकरण किया गया। गंगेव विकासखण्ड में ग्राम अतरैला में जन सहयोग से तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया गया। इसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। विश्व पर्यावरण दिवस पर विभिन्न ग्राम पंचायतों में जन अभियान परिषद की नवांकुर संस्थाओं के सहयोग से वृक्षारोपण भी कराया गया। नमामि गंगे अभियान में सरपंच, पंच एवं अन्य पंचायत पदाधिकारियों का भी बढ़-चढ़कर सहयोग मिल रहा है।