जल गंगा संवर्धन अभियान से प्राचीन जल स्त्रोतों को मिल रहा नया जीवन
रीवा विशाल समाचार संवाददाता: . जिले भर में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल स्त्रोतों की साफ-सफाई और जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा एवं अन्य मदों तथा जन सहयोग से जल संरक्षण और संवर्धन के कार्य किए जा रहे हैं। आमजनता की इनमें अपनी भागीदारी निभा रही है। इस संबंध जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान से पुराने कूप, बावड़ी तथा तालाबों को नया जीवन मिल रहा है। तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण के कार्य पूरे जिले में किए जा रहे हैं। रीवा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत खजुहा में बावड़ी की साफ-सफाई तथा मरम्मत का कार्य जारी है। ग्राम पंचायत मदरी में नाले की साफ-सफाई और गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। ग्राम पंचायत मझगवां में पिसैना नाला की साफ-सफाई तथा गहरीकरण का कार्य आमजनता के सहयोग से किया जा रहा है।
डॉ सोनवणे ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में लगातार जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत 11 जून को ग्राम पंचायत अमवा में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया। ग्राम सभा में सरपंच तथा पंचगणों ने सबके साथ मिलकर जल संरक्षण की शपथ ली। ग्राम पंचायत भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य शुरू किया गया। अभियान के तहत त्योंथर के ग्राम पंचायत नौढ़िया में बसरिया नाला की साफ-सफाई की गई। ग्राम पंचायत कोलहाई, तुर्का गोंदर, बहेरा तथा बेढ़ौआ में नाली, तालाब, बावड़ी एवं नाले की साफ-सफाई कराई गई। इसमें ग्रामीणों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया। ग्राम पहड़िया में अमृत सरोवर के कैचमेंट एरिया की साफ-सफाई तथा गहरीकरण कराकर सिरमौर में पानी की आवक के लिए मार्ग बनाया गया। ग्राम पंचायत अमोखर में ग्रामीणों ने तालाब की साफ-सफाई में श्रमदान किया। ग्राम पंचायत रक्षामाजन में अभियान के तहत नाले का गहरीकरण एवं ग्राम चांदी में स्टापडैम की मरम्मत का कार्य किया गया। इसी तरह के कार्य जिले भर की ग्राम पंचायतों में किए जा रहे हैं।