लखनऊ

दिवसीय आम महोत्सव के दूसरे दिन प्रदर्शनी में विभिन्न जिलों से आये किसानों व बागवानों तथा नागरिकों, मा. जन प्रतिनिधियों द्वारा आम की लगभग 800 किस्मों के प्रदर्शों का अवलोकन किया गया

 

दिवसीय आम महोत्सव के दूसरे दिन प्रदर्शनी में विभिन्न जिलों से आये किसानों व बागवानों तथा नागरिकों, मा. जन प्रतिनिधियों द्वारा आम की लगभग 800 किस्मों के प्रदर्शों का अवलोकन किया गया

 

 

तकनीकी कार्यशाला के दूसरे दिन, आम से संबंधित विषयों पर की गयी चर्चा:- उद्यान मंत्री श्री दिनेश प्रताप सिंह

 

लखनऊ धर्मेन्द्र कुमार वर्मा संवाददाता 

 

प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि तीन दिवसीय आम महोत्सव के दूसरे दिन प्रदर्शनी में विभिन्न जिलों से आये किसानों व बागवानों तथा नागरिकों, मा. जन प्रतिनिधियों द्वारा आम की लगभग 800 किस्मों के प्रदर्शों का अवलोकन किया गया। अरूणिका, पूसा अरूणिमा, अम्बिका, पूसा सूर्या, पूसा लालिमा, पूसा पीताम्बरा आदि आम की रंगीन किस्मों को देखकर किसान बन्धु अति उत्साहित दिखे तथा स्टॉलों पर पहुँच कर आम को चख कर रसास्वादन भी किया गया।

उद्यान मंत्री ने बताया कि मधुमेह रोगियों के लिए वरदान सिद्ध हो रही आम की टामी-एटकिन्स प्रजाति आम महोत्सव मंे मुख्य आकर्षण का केन्द्र बन रही है। इसके साथ ही आम की सेन्सेशन प्रजाति अपने रंग एवं आकार के कारण जन-मानस को आकर्षित कर रही है। स्टॉल से कृषकों एवं नागरिकों द्वारा उच्च गुणवत्ता की विभिन्न प्रजातियों (मल्लिका, आम्रपाली, हुस्ने-ए-आरा, अम्बिका, अरूणिमा, चौसा, लगंड़ा, दशहरी, रामकेला आदि) के कलमी पौधों का क्रय किया गया। बच्चों के लिए आम खाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आम महोत्सव के दूसरे दिन लगभग 30 हजार से अधिक आगंतुकों ने प्रदर्शनी का लुत्फ उठाया।

आम का उत्पादन, उत्पादकता, प्रसंस्करण एवं विपणन तथा निर्यात सम्बन्धी तकनीकी जानकारी बागवानों एवं आगन्तुकों को उपलब्ध कराने के हितार्थ तकनीकी सत्र का भी संचालन किया गया। तकनीकी सत्र के दौरान विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा गुणवत्तापूर्ण आम उत्पादन, आम की फसल के पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट, वैरायटी संरक्षण एवं क्राप इंप्रवूमेंट, जलवायु परिवर्तन के परिप्रेक्ष्य में आम की बागवानी, आम उत्पादन में संरक्षित खेती की महत्ता एवं सहफसली खेती, आम में पोषक तत्वों की व्यवस्था तथा आम के निर्यात हेतु फाइटोसाइनेट्री मानक एवं ग्रेडिंग, पैकेजिंग पर विस्तार से चर्चा की गयी। आम महोत्सव के समापन के दिन तकनीकी सत्र के उपरान्त आम की विभिन्न प्रजातियों, आम के प्रसंस्कृत उत्पादन का प्रदर्शन, आम पकवान आदि की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोगों पुरस्कृत किया जायेगा।

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