ऊर्जा मंत्री ने कावड़ यात्रा मार्गों और प्रमुख धार्मिक स्थलों एवं मंदिरों में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने के दिए निर्देश
बरसात की उमस भरी गर्मी में सभी क्षेत्रों और कृषि कार्यों के लिए मिले पर्याप्त बिजली
कार्य करें
विशाल समाचार संवाददाता लखनऊ
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने कहा कि सावन के पवित्र महीने में भगवान भोलेनाथ का गंगाजल से अभिषेक करने के लिए शिवभक्त दूर-दूर से कावड़ लेकर चलते हैं, श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, कावड़ यात्रा मार्गों और प्रमुख धार्मिक स्थलों एवं मंदिरों में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की जाए। बरसात की उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिले और कृषि कार्यों के लिए किसानों को पर्याप्त बिजली मिले, इसके लिए सभी क्षेत्रों को निर्धारित शेड्यूल के अनुरूप बिजली आपूर्ति की जाए, कहीं पर भी अनावश्यक कटौती न हो। ट्रांसफार्मर के जलने पर निर्धारित समय पर बदलने का प्रयास किया जाए। सभी विद्युत कार्मिक पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ कार्य करें, अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखें, सभी के फोन उठाए, उपभोक्ताओं की समस्याओं का तत्काल समाधान करें।
ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा शुक्रवार को शक्ति भवन में विद्युत व्यवस्था और कार्यों की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए कि बार-बार ट्रांसफार्मर के जलने, किसी एक फीडर पर बार-बार विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही, फीडर के ओवर लोड होने और लो वोल्टेज की समस्याओं की लगातार मॉनिटरिंग करें। ऐसी जगहों पर विद्युत चोरी करने, कटिया लगाने की संभावना रहती है, इसकी नियमित जांच की जाए और विद्युत चोरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई भी करें। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर जलने पर अगर उस क्षमता का ट्रांसफार्मर उपलब्ध न हो तो उससे ज्यादा क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाए, उन्होंने इसके लिए एसओपी जारी करने के भी निर्देश दिए। ट्रांसफार्मर के जलने और उसके बदलने की जानकारी को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को उपलब्ध कराए और मुख्यालय को भी इसकी जानकारी दें। किसी फीडर में रिकॉर्ड से ज्यादा लोड होने पर तत्काल इसकी विजिलेंस जांच कराए। सभी डिस्कॉम के एमडी निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए मैनेजमेंट और प्लानिंग पर फोकस करें तथा अपनी टेक्निकल टीम को सतर्क रखें।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बेहतर प्रबंधन और कार्मिकों की मेहनत के कारण ही 30 से 31 हजार से अधिक मेगावाट बिजली देने में हम सक्षम हुए हैं। फिर भी बिजली न आने की शिकायतें आ रही हैं। उन्होंने लोड मैनेजमेंट पर ध्यान देने तथा माइक्रो मैनेजमेंट के तहत कार्य करने को कहा। विद्युत आपूर्ति को लेकर कई जनप्रतिनिधियों ने शिकायतें की हैं, मऊ से शिकायत है की बिजली न आने से इंसुलिन के इंजेक्शन खराब हो गए। सभी डिस्कॉम अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर कार्य योजना बनाएं और उसी के तहत आरडीएसएस और बिजनेस प्लान के तहत कार्य कराए। ऊर्जा मंत्री ने मऊ जनपद में बुधवार को हुई बारिश से 152 पोल एलटी लाइन के 11 पोल एचटी लाइन के तथा एक पोल 33 केवी लाइन का गिरने की जांच कराकर संबंधित कंपनी पर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विद्युत पोल की ग्राउंडिंग ठीक से कराई जाए।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि किसानों के निजी नलकूप संबंधी विद्युत कनेक्शन के लिए दी जाने वाली सामग्री का समय से प्रबंध किया जाए। उन्होंने एचडी मध्यांचल को निर्देश दिए कि लखनऊ की विद्युत व्यवस्था को ट्रिपिंग मुक्त बनाने के लिए समुचित प्रबंध किए जाएं। गोमती नगर, इंदिरा नगर से ट्रिपिंग की ज्यादा शिकायतें आ रही हैं, इसका भी समाधान किया जाए। उन्होंने एमडी पूर्वांचल को बनारस की विद्युत् आपूर्ति को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी कार्मिक दी जाने वाली विद्युत के सापेक्ष राजस्व प्राप्त करने का भी प्रयास करें, बड़े बकाएदारों से लगातार संपर्क करें, विद्युत चोरी पर पूर्ण अंकुश लगाए तभी प्रदेश की विद्युत व्यवस्था सुधरेगी।
प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री नरेंद्र भूषण ने कहा कि विद्युत सामग्री की आपूर्ति करने वाली कंपनियों से लगातार संपर्क में रहे और जरूरत के अनुसार सामग्री की आपूर्ति करने का प्रयास करें। ट्रांसफार्मर जहां पर ज्यादा फुंक रहे हैं, उसका लोड चेक कराए, किसी भी ट्रांसफार्मर में 80 प्रतिशत से ज्यादा लोड आने पर वहां पर दूसरा ट्रांसफार्मर लगाने का प्रयास किया जाए। सभी एमडी अपने-अपने क्षेत्र में विद्युत कार्यों में लगी एजेंसियों और ठेकेदारों के साथ नियमित मीटिंग करें। बेहतर विद्युत व्यवस्था और प्रबंधन के लिए विद्युत् कार्यों में गुणवत्ता बहुत जरुरी है।
अध्यक्ष यूपीपीसीएल डॉ0 आशीष कुमार गोयल ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी और ऊर्जा मंत्री जी के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक फीडर में इंचार्ज और सुपरवाइजर नियुक्त किए जाएंगे, जो की विद्युत आपूर्ति, राजस्व वसूली व अन्य कार्यों की निगरानी के लिए जिम्मेदार होंगे। फीडर स्तर पर प्रतिदिन विद्युत कार्यों की मॉनिटरिंग की जाएगी, जो भी कार्मिक कार्यों को तय समय में करने में असमर्थ होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी मेजर फाल्ट पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने विद्युत आपूर्ति के सापेक्ष राजस्व आकलन न होने पर संबंधित जेई, एसडीओ व एक्सियन के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कहीं पर भी विद्युत कार्यों के लिए शटडाउन लेना हो, इसमें पूरी सतर्कता बरती जाए ग्रामीणों को अनावश्यक विद्युत व्यवधान का सामना न करना पड़े। उन्होंने सभी एमडी को प्रत्येक जिले का ट्विटर अकाउंट बनाने, सोशल मीडिया में एक्टिव रहने तथा टोल फ्री नंबर 1912 की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।