हरितालिका तीज का उल्लास दिखाई दिया। सुबह से सुहागिन महिलाएं सजने-संवरने में जुटी रहीं। हाथों पर रची हिना, खनकती रंग-बिरंगी चूड़ियां,
विशाल समाचार संवाददाता इटावा:
हरितालिका तीज का उल्लास दिखाई दिया। सुबह से सुहागिन महिलाएं सजने-संवरने में जुटी रहीं। हाथों पर रची हिना, खनकती रंग-बिरंगी चूड़ियां, माथे पर बिंदिया, हरे रंग के परिधान के साथ सोलह श्रृंगार कर महिलाओं ने तीज के गीत गाए। अखंड सुहाग एवं पति की दीर्घायु कामना की कामना के लिए व्रत रखा। कुंवारी कन्याओं ने मनोवांछित वर की प्राप्ति के लिए शिव-पार्वती की आराधना की।
इस हरितालिका तीज पर महिलाओं ने सुबह से व्रत रखकर शाम को मिट्टी से बने शिव परिवार का सामूहिक पूजन किया। संध्या काल में पूजन कर शिव-गौरा से अखंड सौभाग्य की मंगलकामना की और कथा सुनी। शादी के बाद पहली तीज मना रहीं बहुओं की ससुराल में कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं।
इस दौरान भावना, गौरी, मंजू , नीलम, गुड्डन, अंजली, कामिनी, माहिमा आदि महिलाओं ने पूजा अर्चना की।