भिडे वाडा स्मारक का भूमिपूजन: अम्बेडकरी आंदोलन की सफलता
भिड़े वाडा, पुणे की एक ऐतिहासिक इमारत, जहाँ महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले ने 1848 में देश का पहला लड़कियों का स्कूल शुरू किया था। इस महत्वपूर्ण स्थान पर फुले दंपत्ति का स्मारक बनाने के लिए अंबेडकरी आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने लंबे समय तक संघर्ष किया।
कल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस स्मारक का भूमि पूजन करेंगे. यह न केवल एक ऐतिहासिक क्षण है, बल्कि अम्बेडकरी लोगों के संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी है। इस समय नगर निगम के सामने विरोध प्रदर्शन, हाईकोर्ट में कानूनी लड़ाई और उस लड़ाई में दिवंगत प्रो. मुझे हरि नारके सर की मदद, ये सारी बातें याद हैं। इस अवसर पर हमारे विरुद्ध अनेक विरोध प्रदर्शन, जुलूस तथा पुलिस मुकदमे किये गये
इस आंदोलन में लंबे समय तक भाग लेने वाले सभी साथियों, छात्र कार्यकर्ताओं, महिला कार्यकर्ताओं को बधाई।
जब अदालती लड़ाई जीत गई तो अंबेडकरी कार्यकर्ताओं ने चीनी बांटकर जश्न मनाया। कल उस आनंद को हर्षोल्लास में बदलना है।
आइए इस ऐतिहासिक भूमिपूजन समारोह में भाग लेकर अंबेडकरी आंदोलन की सफलता देखें।