परीक्षा परिणाम जिले के औसत से कम है तो रूकेगा अधीक्षक का वेतन – कलेक्टर
छात्रावास को विद्यार्थियों की शिक्षा और समग्र विकास का केन्द्र बनाएं – कलेक्टर
रीवा विशाल समाचार संवाददाता:. कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने छात्रावासों की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि सभी अधीक्षक छात्रावासों में अनिवार्य रूप से रहें। छात्रावास में विद्यार्थियों के आवास, भोजन, साफ-सफाई तथा पठन-पाठन की अच्छी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। विद्यार्थियों को यदि किसी तरह की कठिनाई है तो उसे तत्काल दूर करें अथवा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएं। छात्रावास में विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा को बेहतर करने का अनुकूल वातावरण मिलता है। छात्रावास को विद्यार्थियों की शिक्षा और समग्र विकास का केन्द्र बनाएं।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कई छात्रावासों के बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम संतोषजनक नहीं हैं। अधीक्षक विद्यार्थियों के पठन-पाठन पर विशेष ध्यान दें। जिन छात्रावासों के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम जिले के औसत परिणाम से कम है उन्हें जिला संयोजक कारण बताओ नोटिस दें। परीक्षा परिणाम संतोषजनक न होने पर अधीक्षकों की वेतनवृद्धि रूकेगी। शिक्षा विभाग के कई शिक्षक भी छात्रावास अधीक्षक के रूप में कार्य कर रहे हैं। छात्रावास की व्यवस्थाओं में कमी मिली तो उन्हें मूल पद पर वापस भेजा जाएगा। जिला संयोजक छात्रावासों में सुधार और विद्युतीकरण के कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग अथवा अन्य शासकीय विभाग को राशि आवंटित कर कार्य कराएं। निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी अधीक्षक को न दें।
कलेक्टर ने कहा कि जिन छात्रावासों में अभी भी सीटें खाली हैं उनके अधीक्षक विशेष प्रयास करके 21 अक्टूबर तक विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत प्रवेश कराएं। इसमें किसी भी तरह की कठिनाई आने पर अवगत कराएं। सीएम राइज पीके स्कूल के प्राचार्य 9 और 10 अक्टूबर को अपने स्कूल में शिविर लगाकर विभिन्न छात्रावासों में प्रवेश के लिए इच्छुक छात्राओं के आवेदन पत्र दर्ज कराएं। इनका सत्यापन करके छात्रावासों में प्रवेश सुनिश्चित करें। बैठक में संयुक्त कलेक्टर तथा प्रभारी जिला संयोजक पीके पाण्डेय ने बताया कि सभी अधीक्षकों को छात्रावास में निवास तथा परिसर में बोरवेल खुला न होने का प्रमाण पत्र दो दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी सुदामालाल गुप्ता, डीपीसी एलआर दीपांकर तथा सभी अधीक्षक उपस्थित रहे।