वडगांव शेरी निर्वाचन क्षेत्र में विकास न होने से परिस्थिती नर्क बनी हुई है :- डॉ. हुलगेश चलवादी पुणे जिला
पुणे: वडगांव शेरी विधानसभा क्षेत्र में 2009 में नए ढांचे के तहत चुनाव होने के बाद से यहां एक ही समुदाय के तीन विधायक चुने गए हैं, दरअसल, वडगांव शेरी विधानसभा क्षेत्र में 85 फीसदी बहुजन मतदाता हैं जिसमें अनुसूचित जाति,जमाती, अल्पसंख्यक, ओबीसी जैसे जो लोग की संख्या ज्यादा हैं,
जो उन्होंने सभी नागरिकों के लिए कोई भी कार्य नहीं किया है और क्योंकि वे बड़े पूंजीपतियों के लिए काम कर रहे हैं, इस क्षेत्र का विकास नहीं हुआ है, अभाव के कारण नागरिक विभिन्न नगरपालिका की सुविधाओं से वंचित हैं विकास न होने से परिस्थिती विकट खराब है। रोजगारपरक युवा अपराधिक गतिविधियों बढ़ रहे हैं, यातायात व्यवस्था और सड़क नियोजन की कमी के कारण गलत तरीके से बनाई गई सड़कें यातायात में बाधा उत्पन्न करती हैं, भूमिगत विद्युत उपकरणों की कमी, दुर्घटनाओं के कारण बड़ी संख्या में मौतें, वृद्ध लोगों के घरों की जर्जर स्थिति और बड़े पैमाने पर विकास की उपेक्षा एसआरए स्लम पुनर्वास अधिनियम में बदलाव और नया जीआर जारी करने की मांग, पत्थर खदानों में भरे पानी का अनुचित उपयोग के कारण यह दुर्घटनाओं का कारण बन गया है,
भिखारी रहते हुए भी बच्चे सड़कों पर भीख मांगते हैं, बच्चों और उनकी उपेक्षा की जाती है। सवाल, खरीद-बिक्री रोकने से कई लोगों को दुख हुआ है, इस प्रकार की वात चलवादी ने कहा कि कई लोग अपने घरों से अलग हो गए हैं और धोखाधड़ी में वृद्धि हुई है। गुंठेवारी और भरमसाथ जुर्माना के साथ-साथ टोल मुद्दे, बाढ़ के पानी की उचित योजना की कमी, केंद्र सरकार और नगर पालिका और सरकार की विभिन्न योजनाओं का कार्यान्वयन नहीं करना, स्लम क्षेत्रों में फायर ब्रिगेड की कोई योजना नहीं बनाना,
एमआईडीसी और रोजगार सृजन में जन प्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण कई युवा बेरोजगार हो गए हैं, ससून की धरती पर अस्पताल की योजना नहीं बनने से कई नागरिक पीड़ित हैं और कोरोना काल में कई दुर्भाग्यपूर्ण मौतें हुई हैं। बसपा के प्रदेश महासचिव हुलगेश चलवादी ने प्रेस वार्ता में कहा कि सरकार सौर ऊर्जा के प्रचार-प्रसार और कार्रवाई में निष्क्रिय हो गयी है, जिसका खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है.