कमिन्स इंडिया की ‘रीडिफाइन 2024’ बी-स्कूल केस स्टडी प्रतियोगिता में सिम्बायोसिस सेंटर फॉर मैनेजमेंट एंड ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, पुणे संस्थान ने मारी बाजी, जीती विजेता ट्रॉफी
पुणे, भारत: भारत की अग्रणी पावर सॉल्यूशन टेक्नोलॉजी प्रदाताओं में से एक, कमिन्स इंडिया लिमिटेड ने अपनी प्रतिष्ठित वार्षिक बी-स्कूल केस स्टडी प्रतियोगिता, रीडिफाइन 2024 का समापन किया। सिम्बायोसिस सेंटर फॉर मैनेजमेंट एंड ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, पुणे की असाधारण टीम मस्कटियर्स प्रतियोगिता की विजेता बनकर उभरी, जिसने प्रतिष्ठित ट्रॉफी और नकद पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि आईआईएम, तिरुचिरापल्ली की टीम स्ट्रैटेजिक मैकक्वीन ने प्रतिष्ठित रनर-अप अवार्ड हासिल किया।
इस साल की प्रतियोगिता का विषय था “हाऊ डिजिटल सॉल्यूशंस इनेबल सस्टेनेबिलिटी इन ट्रैडिशनल बिजनेसेज? (डिजिटल समाधान पारंपरिक व्यवसायों में स्थिरता को कैसे सपोर्ट करते हैं?)”। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को पारंपरिक सीमाओं से परे सोचने के लिए प्रोत्साहित किया गया। देश के 18 शीर्ष बी-स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाली 1260 टीमों में कुल 3780 छात्रों ने भाग लिया। इस दौरान विचारों और नई सोच का आदान-प्रदान हुआ। एक व्यापक मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद, पुणे में आयोजित दो दिवसीय ग्रैंड फिनाले में अपने समाधान दिखाने के लिए छह फाइनलिस्ट टीमों का चयन किया गया। इस कार्यक्रम में इंटरैक्टिव लीडरशिप सेशन, डायनैमिक नेटवर्किंग के अवसर और कमिन्स टेक्निकल सेंटर इंडिया और कोथरूड इंजन प्लांट के विशेष दौरे शामिल रहे। फिनाले का समापन जूरी के मूल्यांकन दौर और कमिन्स इंडिया ऑफिस कैंपस (IOC) में कर्मचारियों द्वारा लाइव वोटिंग के साथ हुआ।
कमिन्स इंडिया के लीडर्स के एक प्रतिष्ठित पैनल ने, जिसमें ह्यूमन रिसोर्स लीडर अनुपमा कौल, कॉर्पोरेट स्ट्रेटजी डायरेक्टर सुब्रमण्यिन चिदंबरन और चीफ फाइनेंशियल ऑफीसर अजय पाटिल शामिल थे, ने ग्रैंड फिनाले में फाइनलिस्ट टीमों की प्रस्तुतियों का मूल्यांकन किया। इस कार्यक्रम में कंपनी के वरिष्ठ लीडर्स और कर्मचारी शामिल हुए। मुख्य प्रतियोगिता के अलावा, सभी फाइनलिस्ट टीमों ने एक मजेदार सोशल मीडिया प्रतियोगिता में भाग लिया। उन्होंने छोटे और आकर्षक टीम परिचय वीडियो बनाए, जिन्हें उनके कॉलेज के लिंक्डइन पेज पर अपलोड किया गया। सिम्बायोसिस सेंटर फॉर मैनेजमेंट एंड ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, पुणे संस्थान की टीम मस्कटियर्स को उनके वीडियो के लिए अधिकतम प्रतिक्रिया मिली और उन्हें इस प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया।
विजेताओं को बधाई देते हुए, कमिन्स इंडिया की एचआर लीडर अनुपमा कौल ने कहा, “मैं रीडिफाइन 2024 में प्रदर्शित अविश्वसनीय प्रतिभा और अनूठे विचारों को देखकर वास्तव में प्रभावित और प्रेरित हुई। प्रस्तुत किए गए कुछ समाधानों में हमारे उद्योग में क्रांति लाने की क्षमता भी है। मैं सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को उनकी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट योगदान के लिए बधाई देती हूं। यह प्रतियोगिता केवल जीतने के बारे में नहीं है; यह सीखने, सहयोग करने और नवाचार की सीमाओं को आगे बढ़ाने के बारे में है। रीडिफाइन हमारे भविष्य में लंबे समय के लिए किया गया एक रणनीतिक निवेश है। युवा दिमागों को सशक्त बनाकर, हम अपनी कंपनी, उद्योग और देश के भविष्य को आकार दे रहे हैं। यह एक ऐसी विरासत है जिसे बनाने पर हमें गर्व है।”
कमिंस इंडिया के कॉर्पोरेट स्ट्रैटजी डायरोक्ट सुब्रमण्यिन चिदंबरन ने कहा, “रीडिफाइन नवाचार के लिए एक अनूठा मंच है। यह अगली पीढ़ी के लीडर्स को आज और कल की चुनौतियों का समाधान करने के लिए गंभीर और रचनात्मक रूप से सोचने का मौका देता है। जलवायु परिवर्तन से जूझ रही दुनिया में, इस वर्ष की प्रतियोगिता ने प्रतिभागियों को उत्सर्जन को कम करने और स्थिरता पहलों को बढ़ाने के लिए एक रणनीतिक उपकरण के रूप में डिजिटलीकरण की व्यापक क्षमता का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। प्रतिभागियों ने असाधारण विश्लेषणात्मक कौशल और रणनीतिक सोच का प्रदर्शन किया। इस कठिन प्रतियोगिता के लिए महत्वपूर्ण समय और प्रयास की आवश्यकता थी, और मुझे सभी प्रतिभागियों की कड़ी मेहनत और समर्पण पर बहुत गर्व है। मैं यह देखने के लिए भी उतना ही उत्साहित हूं कि वे भविष्य में क्या हासिल करते हैं।”
ग्रैंड फिनाले से पहले, कमिन्स इंडिया ने छात्रों में जिज्ञासा जगाने के लिए कई आकर्षक गतिविधियों का आयोजन किया। प्रतिभागियों को कंपनी के मिशन, विजन, व्यावसायिक रणनीति और प्रौद्योगिकी से परिचित कराने के लिए एक इंटरैक्टिव लीडरशिप सेशन आयोजित किया गया। इसके अतिरिक्त, एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता ने उद्योग के रुझानों और गतिशीलता के बारे में उनके ज्ञान का आकलन किया, जिससे व्यावसायिक स्थितियों के बारे में उनकी समझ और बेहतर हुई।
ग्रैंड फिनाले में भाग लेने वाली छह शॉर्टलिस्टेड टीमें इस प्रकार थीं..
1. सिम्बयोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, पुणे से पावर इनोवेटर्स
2. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम), लखनऊ से टीम सीएनपी
3. आईआईएम, मुंबई से कार्बन क्रशर्स
4. सिम्बायोसिस सेंटर फॉर मैनेजमेंट एंड ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, पुणे से मस्कटियर्स
5. आईआईएम, तिरुचिरापल्ली से स्ट्रैटेजिक मैकक्वीन
6. इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद से आईएसबी_101
रीडिफाइन 2024 के बारे में अधिक जानकारी के लिए, देखें – कमिन्स रीडिफाइन| कमिन्स इंक. नवीनतम अपडेट और जानकारी के लिए लिंक्डइन, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कमिन्स इंडिया को फॉलो करें।
कमिन्स इंडिया लिमिटेड के विषय में:
कमिंस इंडिया लिमिटेड (NSE: CUMMINSIND | BSE: 500480), की स्थापना 1962 में हुई और इसका मुख्यालय पुणे में स्थित है। यह भारत के अग्रणी विद्युत समाधान प्रदाताओं में से एक है। कमिंस इंडिया भारत में कमिंस की सबसे पुरानी इकाई है और विद्युत उत्पादन, आफ्टरमार्केट और निर्यात व्यवसायों में सक्रिय है। कंपनी के पास पाँच अत्याधुनिक फैक्ट्रियां और असेंबली व वितरण सुविधाएं हैं, जो मजबूत उत्पादन ढांचे का हिस्सा हैं। 480 से अधिक टचपॉइंट्स के साथ, कमिंस इंडिया अपने ग्राहकों को सफल बनाने और सेवाओं व समाधानों की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी में 3000 से अधिक कर्मचारी हैं, जो अपनी विशेषज्ञता और प्रतिबद्धता से कंपनी के मिशन को पूरा करने में योगदान देते हैं। कमिंस का मिशन है “एक समृद्ध दुनिया को सशक्त बनाकर लोगों का जीवन बेहतर बनाना।”