पूणे

हिन्‍दुस्‍तान कोका-कोला बेवरेजेस (एचसीसीबी) ने 100 स्‍कूलों में डिजिटल स्‍मार्टबोर्ड्स लगाये, 10 राज्‍यों में 15000+ विद्यार्थियों को मिलेगा फायदा

हिन्‍दुस्‍तान कोका-कोला बेवरेजेस (एचसीसीबी) ने 100 स्‍कूलों में डिजिटल स्‍मार्टबोर्ड्स लगाये, 10 राज्‍यों में 15000+ विद्यार्थियों को मिलेगा फायदा

 

 

 

राष्‍ट्रीय :  हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेस (एचसीसीबी) ने वाय4डी फाउंडेशन के सहयोग से 100 प्राइमरी और हाई स्कूलों में डिजिटल स्‍मार्टबोर्ड्स की शुरुआत की है। ये स्‍कूल ओडिशा, महाराष्‍ट्र, गुजरात, मध्‍यप्रदेश, गोवा, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना में स्थित हैं। यह पहल एचसीसीबी के सीएसआर प्रोग्राम का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्‍य कक्षा में पढ़ाई को और प्रभावी बनाना है। इसके लिए आधुनिक शैक्षिक तकनीकों का उपयोग किया गया है, जिससे लगभग 15,000 छात्रों को एक संवादात्मक और आकर्षक शैक्षिक वातावरण मिलता है।

 

 

 

इन स्‍मार्टबोर्ड्स के जरिए कक्षा में तकनीक का समावेश किया गया है, जो पढ़ाई को संवादपरक, रोचक और प्रेरणादायक बनाता है। ये डिजिटल स्‍मार्टबोर्ड्स कक्षा के अनुभव को आधुनिक बनाने के लिए जरूरी उपकरणों की भूमिका निभाएंगे। इनकी मदद से शिक्षक अपने पाठ को अधिक संवादात्मक तरीके से समझा सकेंगे, और विजुअल और डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके विद्यार्थियों को कठिन विषयों को समझने में मदद मिलेगी।

 

 

 

इस पहल पर, एचसीसीबी के चीफ पब्लिक अफेयर्स, कम्‍युनिकेशंस एण्‍ड सस्‍टेनेबिलिटी ऑफिसर हिमांशु प्रियदर्शी ने कहा, ‘‘इस पहल पर एचसीसीबी के चीफ पब्लिक अफेयर्स, कम्‍युनिकेशंस एण्‍ड सस्‍टेनेबिलिटी ऑफिसर हिमांशु प्रियदर्शी ने कहा, ‘‘शिक्षा समाज में बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण साधन है, और कक्षा में तकनीक का समावेश हमारे समुदायों के भविष्य में एक रणनीतिक निवेश है। विद्यार्थियों को आधुनिक उपकरणों से सशक्त बनाकर और एक संवादपरक वातावरण को बढ़ावा देकर हम उनके शैक्षिक अनुभव को समृद्ध कर रहे हैं और उन्हें महत्वपूर्ण डिजिटल कौशल सिखा रहे हैं। यह कौशल तेजी से बदलती दुनिया में बेहद जरूरी हैं। यह पहल हमारे व्यापक सस्‍टेनेबल विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है, और हम आज के विद्यार्थियों को कल के नेतृत्व के लिए तैयार कर रहे हैं, जो ज्ञान से प्रेरित अर्थव्यवस्था में अपना योगदान देंगे।’’

 

 

 

एचसीसीबी ने शैक्षणिक बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने की अपनी कोशिशों में वाश (वाटर, सैनिटेशन और हाइजीन) पर जागरूकता को प्राथमिकता दी है। यह पहल उनके शिक्षा-केंद्रित कार्यक्रमों में साफ तौर पर नजर आती है। एचसीसीबी समझती है कि एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सीखने के लिए जरूरी है, और इसी कारण से यह कई राज्यों में वाश जागरूकता सत्रों का आयोजन करती है। इन सत्रों में विद्यार्थियों को हाइजीन के जरूरी अभ्यासों, जैसे कि हाथ धोने की सही तकनीक, सुरक्षित पेयजल का सेवन और कचरे का सही तरीके से निपटान सिखाया जाता है। इसके अतिरिक्त, हाइजीन किट्स का वितरण भी किया जाता है, ताकि विद्यार्थी इन आदतों को अपनाकर स्कूल के वातावरण को और भी स्वच्छ और स्वस्थ बना सकें।

 

 

 

एचसीसीबी ने स्कूलों में बेहतर पढ़ाई और स्वच्छता के लिए कई सुधार किए हैं। इसमे शौचालयों की बेहतर सुविधाओं का निर्माण, साफ पानी के लिए आरओ यूनिट्स लगाना और बच्चों के लिए आरामदायक फर्नीचर देना शामिल है। ये बदलाव न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई को बेहतर बनाते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि वे एक स्वस्थ और साफ वातावरण में सीखें, जो उनकी सेहत को भी बढ़ावा देता है। इस तरह, एचसीसीबी शिक्षा और पर्यावरण की बेहतरी के लिए अपने पूरे प्रयास दिखा रही है।

 

 

 

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