संचेती हॉस्पिटल्स ने मरीजों की सुरक्षा बढ़ाने के लिये डोज़ी के साथ मिलकर पुणे में पहला ‘’स्मार्ट वार्ड’’ प्रोग्राम पेश किया
पुणे, : संचेती ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, जोकि ऑर्थोपेडिक केयर में उत्कृष्टता की अपनी विरासत के लिये मशहूर है, ने अपनी अब तक की सबसे एडवांस्ड फैसिलिटी, संचेती एडवांस्ड ऑर्थोकेयर हॉस्पिटल का शुभारंभ किया है। संचेती ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स 300 बेड की अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा है, जो पूरी तरह से काम कर रही है और अपने स्मार्ट, ग्रीन, हाइटेक (एसजीएच) बुनियादी ढांचे के साथ एक बड़ी पहल का प्रतिनिधित्व करती है। नई-नई तकनीकों को अपनाना हमेशा से संचेती की संस्कृति का मुख्य हिस्सा रहा है और इसलिये हमने पुणे की पहली ‘स्मार्ट वार्ड’ पहल को शुरू किया है। मरीज की अधिक सुरक्षा तथा देखभाल के लिये यह डोज़ी के घरेलू और एआई पर आधारित रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम (आरएमएस) एवं अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) से पॉवर्ड है।
संचेती ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के एमडी और चेयरमैन डॉ. पराग के. संचेती ने कहा, ‘‘हेल्थकेयर में लीडर होने के नाते हमारी प्रतिबद्धता केवल इलाज तक सीमित नहीं है; उसमें मरीज की देखभाल को नई परिभाषा देने वाली प्रगति के लिये निरंतर प्रयास करना भी शामिल है। डोज़ी के अत्याधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम को शामिल करना इस हॉस्पिटल की हेल्थकेयर डिलीवरी में बदलाव लाने वाली एक प्रगति है। इसमें मरीजों को बेहतरीन परिणाम देने के लिये डेटा पर आधारित टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिये संचेती की प्रतिबद्धता दिखती है। संचेती चिकित्सा के प्रतिक्रियात्मक उपायों से हटकर रोकथाम वाली एवं पूर्वसक्रिय देखभाल के मॉडल को अपना रहा है। स्मार्ट वार्ड की यह पहल संचेती के नॉन-आईसीयू वार्ड बेड्स को अगले जनरेशन के रिमोट पेशेंट मॉनिटरिंग सिस्टम्स से लैस करती है। सही समय पर चिकित्सा के लिये यह महत्वपूर्ण मापदण्डों की स्पर्शरहित एवं लगातार निगरानी और चेतावनी के जल्दी मिलने वाले संकेतों को आसान बनाती है। इन उन्नत उपायों को अपनाने से फाउंडर डॉ. के. एच. संचेती का प्यारा सपना और जीवन की प्रतिबद्धता ‘‘रोगियों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है’’ साकार होगा।’’
डोज़ी के द्वारा हेल्थकेयर कर्मचारी दूर से ही मरीज के महत्वपूर्ण मापदण्डों पर नजर रख सकते हैं, जैसे कि धड़कन, श्वसन, ब्लड प्रेशर, SPO2 लेवल्स, तापमान और ईसीजी। डोज़ी का अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) महत्वपूर्ण मापदण्डों के उतार-चढ़ाव देखता है और स्वास्थ्यरक्षा प्रदाताओं को अलर्ट भेजता है, ताकि मरीज की स्थिति बिगड़ने का जल्दी पता लगाया जा सके और सही समय पर उनका इलाज किया जा सके। महत्वपूर्ण मापदण्डों की स्पर्शरहित निगरानी के लिये डोज़ी एआई पर आधारित बैलिस्टोकार्डियोग्राफी (बीसीजी) का इस्तेमाल करता है। डोज़ी की टेक्नोलॉजी पेटेन्टेड और भारत में निर्मित है। डोज़ी की अभिनव टेक्नोलॉजी मरीज की सुरक्षा, चिकित्सकीय परिणामों और परिचालन क्षमता को उल्लेखनीय तरीके से प्रभावित करती है। फ्रंटियर्स इन मेडिकल टेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक महत्वपूर्ण अध्ययन में खुलासा हुआ है कि डोज़ी का एआई-पॉवर्ड अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) 16 घंटे पहले ही मरीज की स्थिति बिगड़ने का अनुमान लगा लेता है और डॉक्टरों को फौरन कदम उठाने के लिये महत्वपूर्ण समय देता है।
डोज़ी के सीनियर डायरेक्टर श्री कौशल पांड्या ने कहा, “संचेती ग्रुप का मरीज पर फोकस करने वाला नजरिया और स्मार्ट, सस्टेनेबल हेल्थकेयर के प्रति प्रतिबद्धता, डोज़ी के मिशन से पूरी तरह मेल खाती है। इससे रोगी की सुरक्षा के लिए उन्नत उपकरणों को आगे लाने का प्रयास किया जाता है। यह रणनीतिक एकीकरण सुनिश्चित करता है कि निरंतर निगरानी और शीघ्र हस्तक्षेप मानक प्रक्रिया बन जाए, जिससे रोगी सुरक्षा और परिणामों में महत्वपूर्ण सुधार होता है।”
संचेती ग्रुप लगातार नैतिकता से होने वाले व्यवसाय एवं विश्वास का दूसरा नाम रहा है और उसने विश्वस्तरीय ऑर्थोपीडिक केयर में लीडर के तौर पर प्रतिष्ठा पाई है। डोज़ी की एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के आने से उसकी प्रतिबद्धता और भी मजबूत होती है और संचेती स्थायी एवं अभिनव हेल्थकेयर का वह मॉडल बन जाता है, जो मरीजों तथा डॉक्टरों की जरूरतें पूरी करता है।
यह रणनीतिक विस्तार नवाचार के लिये संचेती की निरंतरता दिखाता है। ऐसे संस्थानों के लिये यह एक प्रेरणा स्तंभ है, जो तकनीकी से संचालित होने वाली संवहनीय पद्धतियों को मिलाकर मरीज की देखभाल के मानक ऊँचे रखना चाहते हैं।