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लिव-इन और सेम सेक्स मैरिज… एक्सप्रेसवे छोड़ नितिन गडकरी ने की फैमिली पर बात, बौरा जाएंगे ‘ठेकेदार’!

लिव-इन और सेम सेक्स मैरिज… एक्सप्रेसवे छोड़ नितिन गडकरी ने की फैमिली पर बात, बौरा जाएंगे ‘ठेकेदार’!

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक यूट्यूब पॉकास्ट लगातार वायरल हो रहा है. इसमें वह पहली बार हाईवे-एक्सप्रेसवे से हट कर समजिक मुद्दों पर खुलकर बात करते दिखे. उन्होंने इस पॉडकास्ट में सेम सेक्स मैरिज और लिव-इन पर खुलकर बात की. साथ ही उन्होंने इसके दूरगामी दुष्प्रभाव की भी बात की.

 नई दिल्ली. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी हमेशा वीडियो और देश में सड़क विस्तार को लेकर चर्चा में रहते हैं. हाल ही में उनका एक पॉडकास्ट वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने पहली बार देश की सड़कों, हाईवे और एक्सप्रेसवे से हट कर बात की. उन्होंने समाज की बात की. समाज की समस्या या भविष्य में समाज में आने वाली समस्या पर बात की. पॉडकास्ट में उनकी बात से सेम सेक्स मैरेज या लिव-इन की वकालत करने वाले तथाकथित ‘ठेकेदार’ पर विरोध कर सकते हैं, हालांकि इसमें उन्होंने अपनी सारी बातें तथ्य के साथ रखा है. उन्होंने इन प्रचलन से जूझ रहे विकसित देशों का भी उदाहरण दिया है. उन्होंने इस प्रचलन को समाज के लिए खतरा बताते हुए माता-पिता को अच्छी परवरिश की नसीहत दी है.

गडकरी ने लिव-इन रिलेशनशिप और सेम-सेक्स मैरिज को ‘गलत’ करार दिया. उन्होंने कहा कि ये समाज को नष्ट कर देंगे, कुछ सामाजिक नियम हैं जिनका पालन किया जाना चाहिए. यूट्यूब पॉडकास्ट में गडकरी ने कहा, ‘सेम-सेक्स विवाह सामाजिक ढांचे को ध्वस्त कर देगा.’ अगर इसकी अनुमति दी जाती है, तो यह संभावतः भविष्य की सरकारों को पुरुषों को दो पत्नियां रखने की अनुमति देने के लिए मजबूर कर सकता है. उन्होंने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप और समलैंगिक विवाह दोनों ही अनुचित हैं.

यूरोप पहले से संकट का सामना कर रहा

पॉडकास्ट में उन्होंने ब्रिटिश संसद की अपनी यात्रा को याद किया. उन्होंने कहा कि मैंने के यूके पीएम और विदेश मंत्री से उनके देश की प्रमुख समस्याओं के बारे में पूछा था. जवाब काफी दिलचस्प था. मंत्रियों का कहना था उनके देश में आज की युवा पीढ़ी शादी नहीं करना चाहती है. उनको शादियों में रुची नहीं है, वे सभी लिव-इन रिलेशनशिप को प्राथमिकता दे रहे हैं. इसकी वजह से यूरोपिय देशों में न केवल जनसंख्या संकट ऊपज रहा है, बल्कि वहां का लिंगानुपात भी चिंतनीय है.

 दो पत्नियां की मांग होने लगेगी

पॉडकास्ट में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लिंग अनुपात को संतुलित करने की आवश्यकता है. शादीशुदा कपल को बच्चे पैदा करने चाहिए. उन्होंने कहा, ‘अगर लिंग अनुपात उस बिंदु पर पहुंच जाता है जहां 1,500 महिलाएं पर केवल 1,000 पुरुष बचेंगे, तो सरकार को पुरुषों को दो पत्नियां रखने की अनुमति देनी के लिए मजबुर होना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि गडकरी ने कहा कि माता-पिता का कर्तव्य है कि वे बच्चे पैदा करें और उन्हें अच्छे से लालन पालन करें

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