
क्षत्रिय समाज से सार्वजनिक माफी मांगे सांसद श्री सुमन : आरती सिंह चौहान
विशाल समाचार संवाददाता एमपी
भोपाल: क्षत्रिय अखाड़ा संस्कार शाला की राष्ट्रीय अध्यक्ष आरती सिंह चौहान ने कहा है कि हमारा देश विविध संस्कृतियों, परंपराओं और गौरवशाली इतिहास से समृद्ध है। क्षत्रिय समाज सदैव धर्म, न्याय और राष्ट्रहित के लिए समर्पित रहा है। इतिहास में हमारे पूर्वजों ने केवल अपने स्वाभिमान की रक्षा ही नहीं की, बल्कि संपूर्ण समाज को सुरक्षा और सम्मान प्रदान किया।
आरती सिंह चौहान ने कहा कि हाल ही में सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा के संदर्भ में की गई टिप्पणी अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है। यह न केवल क्षत्रिय समाज की भावनाओं को आहत करता है, बल्कि भारतीय इतिहास के प्रति एक गैर-जिम्मेदाराना दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। हमारे वीर पूर्वजों के प्रति सम्मान की भावना रखना मात्र क्षत्रिय समाज का नहीं, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र का कर्तव्य है।
श्रीमती चौहान ने कहा कि हम लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखते हैं और अपेक्षा करते हैं कि सांसद श्री सुमन अपने बयान पर पुनर्विचार कर तुरंत सार्वजनिक रूप से क्षत्रिय समाज से क्षमा याचना करें। हम समाज के प्रत्येक वर्ग से अपील करते हैं कि ऐसे संवेदनशील विषयों पर सोच-समझकर वक्तव्य दें ताकि आपसी सौहार्द बना रहे और समाज में सकारात्मकता बनी रहे।
श्रीमती आरती सिंह चौहान ने कहा कि क्षत्रिय अखाड़ा संस्कार शाला इस विषय पर पूरी गंभीरता से विचार कर रही है और यदि समय रहते उचित प्रतिक्रिया नहीं मिलती, तो समाज के हित में हम आगे की रणनीति पर विचार करेंगे। हमारा उद्देश्य केवल विरोध नहीं, बल्कि ऐतिहासिक स्थिति विरासत की रक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना है।
आरती सिंह चौहान अध्यक्ष, क्षत्रिय अखाड़ा संस्कार शाला ने समस्त क्षत्रिय समाज से भी अनुरोध किया है कि धैर्य और आत्मसम्मान बनाए रखें तथा लोकतांत्रिक और संवैधानिक माध्यमों से अपनी बात प्रभावी ढंग से रखें। हम आजअपने पूर्वजों की परंपराओं को बनाए रखते हुए न्याय और सत्य के मार्ग पर चलते रहेंगे।