पुणे :विद्युतीकृत वाहनों को अपनाना प्रोत्साहित करने प्रतिबद्धता के क्रम में टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने आज बैट्री की वारंटी बढ़ाने की घोषणा की। यह भारत में कंपनी के सभी सेल्फ चार्जिंग हाइब्रिड वाहनों (एसएचईवी) के लिए है। वारंटी का विस्तार मौजूदा तीन साल या 100,000 किलोमीटर से बढ़ाकर आठ साल या 160,000 किलोमीटर (जो भी पहले हो जाए) किया गया है। यह विस्तार एक अगस्त 2021 को प्रभावी बिक्री, इसके एसएचईवी मॉडल या टोयोटा कैमरी अथवा वेलफायर मॉडल के लिए किया गया है। यह घोषणा “वर्ल्ड नेचर कंजर्वेशन डे” यानी 28 जुलाई के महत्ववपूर्ण मौके पर की की गई है।
‘रेसपेक्ट फॉर द प्लानेट’ के अपने सिद्धांत का ख्याल रखते हुए टोयोटा ने अक्तूबर 2015 में ‘टोयोटा एनवायरमेंटल चैलेंज 2050’के आयोजन की घोषणा की है। इनमें पर्यावरण से संबंधित छह चुनौतियां हैं। इनमें लाइफसाइकिल जीरो कार्बन (सीओटू) उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य शामिल है जो हमारे नए वाहनों तथा निर्माण गतिविधियों से आगे तक जाता है। इस तरह, बेहतर, स्मार्टर ज्यादा स्थायी भविष्य बनाने की टोयोटा की प्रतिबद्धता मजबूत होती है और एक ऐसा शुद्ध प्रभाव बनता है जो प्लैनेट और सोसाइटी पर शुद्ध प्रभाव छोड़ता है।
2050 तक कार्बन न्यूट्रीलिटी हासिल करने के मुख्य सिद्धांत के अनुपालन में टोयोटा उन्नत प्रौद्योगिकियों का निर्माण और विकास जारी रखता है तथा विश्व स्तर के उत्पाद और सेवाएं मुहैया करवाता है जो सबसे स्थायी ढंग से ग्राहकों की आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। इस अनुभव को आगे बढ़ाते हुए टीकेएम ने अभिनव योजनाएं और पेशकशें शुरू करने के प्रयास किए हैं जिससे ग्राहकों की खुशी बढ़े।
टीकेएम की नई 2021 हाईब्रिड इलेक्ट्रीक व्हेकिल बैट्री वारंटी उद्योग में पेश की जाने वाली सबसे लंबी वारंटी अवधि है और यह टोयोटा एसएचईवी के सभी स्वामियों के लिए उपलब्ध है। नवीनतम कदम, टीकेएम की एक और पहल है ताकि परंपरागत आंतरिक कंबस्टन इंजन वाले वाहनों की जगह एसएचईवी का उपयोग शुरू किया जाए और आखिरकार भविष्य में आवाजाही के व्यावहारिक व पहुंच योग्य समाधान की विस्तृत रेंज उपलब्ध हो। सभी विद्युतीकृत प्रौद्योगिकियों में हाईब्रिड्स और वैश्विक पोर्टफोलियो वाले पहले कार निर्माता के रूप में टीकेएम ने ही भारतीय बाजार में सबसे पहले प्रायस और कैमरी की पेशकश की थी। आज टोयोटा कैमरी और वेलफायर ग्राहकों का भरोसा हासिल करने में कामयाब हैं। इसके साथ ही ब्रांड में भरोसा हो तो टोयोटा की क्लास डिफाइनिंग, सेल्फ चार्जिंग हाईब्रिड इलेक्ट्रीक टेक्नालॉजी आराम, उत्कृष्टता और निरंतरता के लिए जानी जाती है। इस तरह, भविष्य में विद्युतीकृत इलेक्ट्रीक टेक्नालॉजी, आराम, उत्कृष्टता और निरंतरता के साथ क्लास पारिभाषित करेगी और इस तरह भारत में भविष्य के लिए विद्युतीकृत टेक्नॉलॉजी को अपनाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
इस पहल पर अपने विचार साझा करते हुए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के एसोसिएट जनरल मैनेजर (एजीएम) सेल्स एंड स्ट्रैजिक मार्केटिंग श्री वीवाइजलाइन सिगामनी नेकहा,“टोयोटा दो दशक से दुनिया भर में वाहनों के विद्युतीकरण में लगी हुई है। भारत में भी टीकेएम पहले ऑटोनिर्माताओं में एक था जिसने बाजार में एसएचईवी पेश किए थे। खुद चार्ज होने वाले हाइब्रिड इलेक्ट्रीक वाहन में पेट्रोल इंजन और इलेक्ट्रीक पावर ट्रेन दोनों हैं तथा ये पर्यावरण के बेहद अनुकूल है। इस साथ यह भी सही है कि ग्राहक के सिरे पर व्यवहार संबंधी बदलाव जरूरी नहीं होते हैं। आईसीएटी के एक अध्ययन से पता चला है कि हाईब्रिड दूरी के 40% को कवर कर सकते हैं और 60%समय को इलेक्ट्रीक वाहन के रूप में जब पेट्रोल इंजन बन्द होता है। इससे हाईब्रेडिस को जोरदार ईंधन कुशलता मिलती है और यह सुधार 35से 50% होता है। यही नहीं, कार्बन का उत्सर्जन बहुत कम हो जाता है। भारत में इतने वर्षों में (कुल मिलाकर), टोयोटा कैमरी हाईब्रिड की बिक्री से कार्बन उत्सर्जन में 18 मिलियन किलोग्राम की कमी हुई है। दूसरी ओर, फॉस्सिल ईंधन की बचत 7.6 मिलियन लीटर की हुई है।
ग्राहक पहली प्राथमिकता होने के नाते टोयोटा विविध सेवा योजनाएं मुहैया कराने के लिए प्रयास करता रहता है। बैट्री की वारंटी बढ़ाकर हम हाईब्रिड इलेक्ट्रीक वाहन खरीदने वाले अपने ग्राहकों के मन में कई मुस्कान और मन की शांति लाना जारी रखे हुए हैं। यही नहीं, हम देश भर में वाहनों के बिजलीकरण की गति बेहतर करने में लगे हुए हैं।”