उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को इशारों ही इशारों में कहा है कि धमकाने वाली भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी
Shiv Sena Vs BJP: पिछले दिनों बीजेपी के MLC प्रसाद लाड ने कहा था कि अगर जरूरी हुआ तो मध्य मुंबई में ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के मुख्यालय शिवसेना भवन को ध्वस्त कर दिया जाएगा.
मुंबई.:महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से ज़ुबानी जंग शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddav Thackeray) ने बीजेपी को इशारों ही इशारों में कहा है कि धमकाने वाली भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसे बोलने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा. उन्होंने बीजेपी के किसी भी नेता का नाम लिए बिना कहा कि वो इतना जोर का थप्पड़ पलट कर मारेंगे कि दूसरा अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाएगा. माना जा रहा है कि ठाकरे का इशारा बीजेपी के MLC प्रसाद लाड की तरफ था, जिन्होंने पिछले दिनों शिवसेना भवन को ढाहने की बात कही थी. हालांकि प्रसाद ने बाद में सफाई दी थी कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया.
मुंबई में बीडीडी चॉल पुनर्विकास परियोजना के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ठाकरे ने अपनी तीन- पार्टियों वाली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को ‘ट्रिपल सीट’ सरकार बताया. सरकार में शिवसेना के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस शामिल हैं.
‘थप्पड़ से डर नहीं लगता’
हिंदी फिल्म ‘दबंग’ के एक डायलॉग को याद करते हुए कि ‘थप्पड़ से डर नहीं लगता ‘ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘किसी को भी हमें थप्पड़ मारने की भाषा नहीं बोलनी चाहिए क्योंकि हम इतना जोर का थप्पड़ पलट कर मारेंगे कि दूसरा व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाएगा.’ उन्होंने भाजपा विधायक प्रसाद लाड की कथित टिप्पणी के मद्देनजर ये बयान दिया है.
क्या कहा था प्रसाद ने
पिछले दिनों प्रसाद लाड ने कहा था कि अगर जरूरी हुआ तो मध्य मुंबई में ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के मुख्यालय शिवसेना भवन को ध्वस्त कर दिया जाएगा. हालांकि, बाद में उन्होंने टिप्पणी को वापस ले लिया और खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया ने उनकी बात को संदर्भ से बाहर प्रस्तुत किया था.
पवार भी पहुंचे थे कार्यक्रम में
उद्धव ठाकरे ने चॉल पुनर्विकास परियोजना के लाभार्थियों से परियोजना पूरी होने के बाद लालच में नहीं पड़ने को कहा. ठाकरे ने कहा, ‘पुनर्विकास के निर्माणों में मराठी संस्कृति को किसी भी कीमत पर संरक्षित किया जाना चाहिए क्योंकि चॉलों की एक ऐतिहासिक विरासत है, जहां क्रांतिकारियों ने अपना जीवन दिया है और ये संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के साक्षी भी हैं.’ कार्यक्रम में मौजूद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि बीडीडी चॉल की विरासत की रक्षा की जानी चाहिए