पर्सनल हाइजिन तक बेहतर पहुंच बनाने के लिए क्लेंस्टा ने सिप्ला के साथ पार्टनरशिप को बढ़ाया
देवेन्द्र सिंह तोमर पुणे
पुणे: व्यक्तिगत स्वच्छता (पर्सनल हाइजिन) के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाते हुए, क्लेंस्टा इंटरनेशनल आईआईटी दिल्ली पार्टनर्ड हेल्थकेयर स्टार्ट-अप ने हाल ही में भारत की अग्रणी वैश्विक दवा कंपनियों में से एक, सिप्ला के साथ अपनी मार्केटिंग और डिस्ट्रिब्यूशन पार्टनरशिप बढ़ाने की घोषणा की। क्लेंस्टा ने पार्टनरशिप बढ़ाने की यह घोषणा अपने पानी रहित टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के लिए की है। यह समझौता अस्पताल के माहौल में रोगियों के लिए हाइजिन और स्वच्छता को पुनर्परिभाषित करेगा, और मुख्य रूप से आईसीयू पर ध्यान केंद्रित करेगा, जहां रोगियों के लिए आसानी से स्नान करना संभव नहीं होता है और इसी तरह, दूरस्थ स्थानों में स्थित सरकारी और रक्षा बलों पर भी ध्याान देगा, जहां वे आसानी से स्नान नहीं कर सकते हैं।
कंपनी ने एक वक्तव्य में कहा है कि “क्लेंस्टा वैज्ञानिक अध्ययन और सस्टेनेबिलिटी आधारित इनोवेशन में दृढ़विश्वास रखती है और हमारे पानी रहित प्रोडक्ट्स ने दुनिया भर के मरीजों और सैनिकों की मदद की है और अब तक 400 मिलियन लीटर पानी बचाया है। इसके अलावा, योजनाबद्ध तरीके से सिप्ला सही खरीदारों को शिक्षित करने के लिए गहन मार्केटिंग अभियान चलाएगी। वे इसे अपने सफल पोर्टफोलियो में से एक बनाने का लक्ष्य रखते हैं, जिसमें वे अस्पतालों, फार्मेसियों, रक्षा और विभिन्न संस्थानों तक अधिकतम पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से अपनी विभिन्न टीमों के जरिये सफाई प्रक्रिया को पुनर्परिभाषित करेंगे ताकि भारतीय क्षेत्र में विभिन्न स्तरों पर उत्पाद को बढ़ावा दिया जा सके। यह क्लेंस्टा द्वारा अब तक किए गए प्रयासों को जारी रखते हुए अखिल भारतीय स्तर पर उठाया गया एक कदम है।”
क्लेंस्टा इंटरनेशनल के संस्थापक एवं सीईओ पुनीत गुप्ता ने कहा कि “पर्सनल हाइजिन एक आवश्यकता है और यह हर किसी के पास होनी चाहिए। हम आभारी हैं कि हम अपने पानी रहित प्रोडक्ट्स के माध्यम से अपना योगदान दे रहे हैं। सिप्ला के साथ यह रणनीतिक साझेदारी बिना पानी के नुकसान के स्नान को पुनर्परिभाषित करने की हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम दोनों कंपनियों के बीच विशेष रूप से ब्रांड संबंधों और उपभोक्ता अनुभव को लेकर महत्वपूर्ण तालमेल देख रहे हैं।”