जिले में 19 साल तक के बच्चों को दी जायेगी कृमि नाशक दवा
जिले में 13 से 23 सितम्बर तक बच्चों को कृमि नाशक खिलाने का चलेगा अभियान
रीवा (MP) :बच्चों में पोषण स्तर कम होने का एक प्रमुख कारण पेट में कृमि का पाया जाना है। जिले भर में 13 सितम्बर से 23 सितम्बर तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा 19 साल तक के सभी बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने का अभियान चलाया जायेगा। अभियान के तहत घर-घर जाकर जिले में लगभग 9 लाख 7 हजार बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलायी जायेगी। अभियान को सफल बनाने के लिये महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्कूल शिक्षा विभाग का सहयोग लिया जा रहा है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मिश्रा ने बताया कि अभियान के लिये शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में दल तैनात कर दिये गये हैं। दल के सदस्यों को उचित प्रशिक्षण तथा पर्याप्त कृमि नाशक दवायें उपलब्ध करा दी गई हैं। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत प्रत्येक स्कूल, आंगनवाड़ी तथा घर में जाकर कृमि नाशक दवा खिलायी जायेगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि एक से दो साल तक के बच्चों को कृमि नाशक दवा एल्बेन्डाजोल 400 एमजी की आधी गोली का चूर्ण बनाकर बच्चों को दिया जायेगा। इसी तरह दो से तीन वर्ष तक के बच्चों को एक गोली का चूर्ण बनाकर चबाकर खाने के लिये दिया जायेगा। शेष सभी 19 साल तक के बच्चों को 400 एमजी की एक पूरी गोली चबाकर साफ पानी के साथ दी जायेगी। इसके साथ-साथ बच्चों को व्यक्तिगत स्तर पर साफ-सुथरा रहने, संक्रमित पानी तथा दूषित मिट्टी के संपर्क में न आने की भी समझाइश दी जायेगी। कृमि का प्रकोप होने पर बच्चों के शारीरिक और बौद्धिक विकास में बाधा आती है। उनका पोषण स्तर लगातार कम रहता है। अभियान के दौरान बच्चों को साफ पानी पीने, नियमित अंतराल से साबुन से हाथ धोने तथा शौचालय के नियमित उपयोग की भी सलाह दी जायेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने आमजनों से अभियान के दौरान 19 साल तक के सभी बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने का अनुरोध किया है।