पूणे

आकोही-पहचान’ पहल से हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री को मिलेगी नवसंजीवनी, आत्मसन्मान और अनोखी पहचान : डॉ.

आकोही-पहचान’ पहल से हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री को मिलेगी
नवसंजीवनी, आत्मसन्मान और अनोखी पहचान : डॉ. सानी अवसरमल
सूर्यदत्ता कॉलेज ऑफ हॉस्पिटॅलिटी मॅनेजमेंट, ट्रॅव्हल अँड टुरिझम और एशियन कंट्रीज चेंबर ऑफ हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री का संयुक्त उपक्रम

पुणे : “हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री का दायरा बहुत बड़ा है. इससे जुड़े युवक, छात्र और लोगो को इस इंडस्ट्री की पहचान दिलाने के लिए ‘आकोही-पहचान’ पहल की शुरुवात की गई है. इस पहल के कारन हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री को नवसंजीवनी, आत्मसन्मान और एक अलग पहचान मिलेगी. क्योंकि आनेवाला भविष्य इस इंडस्ट्री के लिए उज्ज्वल रहेगा. सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट संचालित सूर्यदत्ता कॉलेज ऑफ हॉस्पिटॅलिटी मॅनेजमेंट, ट्रॅव्हल अँड टुरिझम (एससीएचएमटीटी) और एशियन कंट्रीज चेंबर ऑफ हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री (आकोही) के संयुक्त तत्वाधान में शुरू की गई यह पहल सब के लिए फायदेमंद रहेगी, ऐसी जानकारी ‘आकोही’ के चेअरमन डॉ. सानी अवसरमल और ‘सूर्यदत्ता’ के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. संजय चोरडिया ने पत्रकार वार्ता में दी.

डॉ. सानी अवसरमल कहा, “भारत में हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री का योगदान बडा है. जीडीपी में १२ प्रतिशत भाग है. इस इंडस्ट्री में रोजगार भी बहोत हाउ. सरकारी, प्राइवेट आस्थापना, होटल्स, रेस्टोरेंट्स, मॉल्स, एयरपोर्ट्स, रेल्वे स्टेशन जैसे जगह पर हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट के लोग रहते है. कोरोना के बाद होटल इंडस्ट्री में बढ़त दिखाई दे रही है. लेकिन इसमें एक समस्या ये है की, होटल मैनेजमेंट या हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट पढ़नेवाले छात्र बीचमे ही यह इंडस्ट्री छोड़ते है. इसका कारन है की, उन्हें ठीक जानकारी नहीं मिलती, इस इंडस्ट्री को पहचानने में उनसे गलती होती है. ऐसे में उन्हें इस इंडस्ट्री की पहचान दिलाने के लिए यह पहल की जा रही है.”

इस क्षेत्र के हॉटेल कंपनी को जरुरी नोकर के कौशल्य का अभाव यह जरूरत देखकर हॉस्पिटॅलिटी क्षेत्र जगातील पहिला ऐसा चेंबर एशियन कंट्रीज चेंबर ऑफ हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री ने आगे आकर ‘आकोही-पहचान’ पहल की शुरुवात की. स्थानिक स्तरपर हॉटेल्स, रिसॉर्ट्स से पंचतारांकित हॉटेल तक काम कैसे चलता है इसके बारे में जानकारी दी जाएगी. वर्कशॉप, सेमिनार, स्टालवर्ड के लेक्चर्स, काउंसलिंग, प्रक्टिकल्स के जरिये इसके बारे में जाग्रति करने का हमारा प्रयास है. इस पहल से इस इंडस्ट्री में काम कर रहे या करना चाहनेवाले लोगो को आत्मसन्मान, उचित सैलरी मिलने के लिए हम काम कर रहे है,” ऐसा भी डॉ. अवसरमल कहा.

प्रा. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा, “कोरोना के कारण हॉस्पिटॅलिटी, टुरिझम के साथ कई इंडस्ट्री में रूकावट आयी है. इसे दूर कर फिर एक बार नए जोश और लगन से शुरुवात करने के लिए हमें प्रयास करना होगा. सूर्यदत्ता हमेशा ही कुछ अलग करने की, लोगो को प्रेरित करने की सोच रखता है और वैसे उपक्रमों का आयोजन करता है. डॉ. सानी अवसरमल के साथ हम यह पहल शुरू कर रहे है, इसका हमें बेहद आनंद है. छात्रों का सर्वांगीण विकास, करियर में प्रगति होने के लिए इस पहल की सहायता होगी। आनेवाला समय हॉस्पिटॅलिटी इंडस्ट्री के लिए बहुत ही उज्जवल रहेगा।”

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