डॉ.विश्वनाथ कराड ‘विश्वशाति प्रकाश दीप पुरस्कार’ से सम्मानित
पुणे: पहली बार प्रकाश प्रौद्योगिकी और प्रबंधन में एक उद्योग उन्मुख तकनीकी प्रबंधकीय पीजी कार्यक्रम शुरू करने के लिए इंडियन सोसाइटी ऑफ लाइटिंग इंजीनियर्स (आईएसएलई), पुणे लोकल सेंटर की ओर से एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड को विश्वशांति प्रकाश दीप पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
कोथरूड के एमआईटी डब्ल्यूपीयू के परिसर में इंडियन सोसाइटी ऑफ लाइटिंग इंजीनियर्स (आईएसएलई), पुणे लोकल सेंटर और महा मेट्रो के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय प्रकाश २०२४ कार्यक्रम में डॉ. विश्वनाथ दा. कराड को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पुरस्कृत किया गया.
इस अवसर पर वॉस्कॉम के सीएमडी वासुदेवन, पुणे मेट्रो के निदेशक विनोद अग्रवाल, अतुल गाडगिल, प्रकाश बडजात्या, जयंत इनामदार, हर्ष जोशी और वीरेंद्र बोराडे उपस्थित थे.
पुरस्कार मिलने के बाद प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने कहा, दुनिया को उचित रोशनी देने के लिए शांति बहुत महत्वपूर्ण है. वसुधैव कुटुम्बकम् और सत् चित् आनंद इन दो चीजों से सृष्टि का हर व्यक्ति खुश और संतुष्ट रह सकता है. वर्तमान में विज्ञान और आध्यात्मिकता का तालमेल महत्वपूर्ण है. स्वामी विवेकानंद के अनुसार २१ वीं सदी में भारत विश्व गुरु और ज्ञान का दालन बनकर उभरेगा.
वॉस्कॉम के वासुदेवन ने कहा, हमारी शहरी जीवन की गुणवत्ता को आकार देने में प्रकाश एक महत्वपूर्ण उपकरण है. यह नागरिकों के जीवन को प्रभावित करता है. यह समझना महत्वपूर्ण है कि नवीनतम प्रकाश प्रौद्योगिकियां शहरों के बुनियादी ढांचे को कैसे बदल सकती है. नागरिकों की भागीदारी कैसे ऊर्जा पैदा कर सकती है. साथ ही कुशल और सुरक्षित सार्वजनिक स्थानों पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कुलपति डॉ. मिलिंद पांडे ने स्वागत पर भाषण दिया.