प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का लक्ष्य बैंकर्स शीघ्र पूर्ण करें – कलेक्टर
रीवा एमी: भारत सरकार की प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना बहुआयामी एवं सूक्ष्म उद्यम स्थापना में युवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस योजना में सूक्ष्म, उद्यम स्थापना हेतु अधिकतम,पच्चीस लाख की परियोजनाओं को ऋण एवं अधिकतम 25 प्रतिशत अनुदान प्रदाय किया जा रहा है, लेकिन सेवा क्षेत्र के उद्यम को अधिकतम दस लाख की ही पात्रता होती है। इस योजना में आमदनी एवं उम्र का बंधन न होने के कारण अधिकतम युवा इसमें पात्र होते है, पर यह आवश्यक है कि पूर्व से अन्य अनुदान पूरक योजना का लाभ उन्होंने न लिया हो। यह योजना छोटे उद्यम प्रारंभ करने वाले युवाओं के लिये कारगर साबित हुई है।
बैंकर्स बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की बैठक में समीक्षा की गई तथा कम प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए स्वरोजगार सम्मेलन के पूर्व शत-प्रतिशत ऋण वितरण हेतु निर्देश बैंकों को दिये गये जिससे जिले के युवाओं को लाभ मिल सके तथा रोजगार का सृजन भी हो सके। महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी ने बताया कि उल्लेखनीय है कि आगामी 12 जनवरी को स्वरोजगार सम्मेलन में व्यापक स्तर पर ऋण वितरण कराये जाने के शासन स्तर से निर्देश हैं, तथा बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समस्त योजनाओं के लक्ष्य भी अलग से जारी किये गये हैं। केन्द्र तथा राज्य सरकार की समस्त बैंक आधारित योजनाओं की समीक्षा अनवरत की जा रही है.