रीवा

हल्दी प्रसंस्करण यूनिट लगाकर अश्वनी कुमार शुक्ला बनेंगे आत्मनिर्भर

हल्दी प्रसंस्करण यूनिट लगाकर अश्वनी कुमार शुक्ला बनेंगे आत्मनिर्भर

रीवा एमपी: प्रधानमंत्री खाद्य सूक्ष्म उन्नयन योजना ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को स्वरोजगार देने में उपयोगी सिद्ध हो रही है। इस योजना का लाभ लेकर जिले के हुजूर तहसील अन्तर्गत ग्राम पड़ोखर निवासी अश्वनी कुमार शुक्ला हल्दी प्लांट लगाकर आत्मनिर्भर बनने का सपना संजायें हुए हैं। हल्दी प्रसंस्करण की स्थापना हेतु उन्हें बैंक से 22 लाख 59 हजार रूपये का ऋण प्राप्त हो गया है और उन्होंने इकाई स्थापित भी कर ली है।
इस संबंध में अश्वनी कुमार शुक्ला बताते है कि प्रधानमंत्री जी ने देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के तहत योजनाएँ लागू की है उसी में से प्रधानमंत्री खाद्य सूक्ष्म उन्नयन योजना से मैंने हल्दी प्रसंस्करण प्लांट लगाया। मेरी युवाओं से अपील है कि शासकीय नौकरियों के पीछे भागने के बजाय स्वंय का उद्यम स्थापित कर आत्मनिर्भर बनें क्योंकि शासकीय नौकरी सीमित हैं। स्वंय के व्यवसाय या उद्योग से आत्मनिर्भरता मिलेगी व हम अन्य लोगों को भी रोजगार देने में सक्षम हो सकेंगे। उन्होंने युवाओं के लिये प्रारंभ की गई योजनाओं के लिये प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद दिया जो हमें आत्मनिर्भर बनाने की सोच रखते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन व विभागीय अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन व हितग्राहियों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराकर उद्यम स्थापना में सहयोग के लिये भी धन्यवाद दिया।
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ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की कोविड नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका – मुख्यमंत्री श्री चौहान
रीवा 15 जनवरी 2022. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों की कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। ग्रुप के सदस्य प्रदेश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर में उल्लेखनीय भूमिका का निर्वाह कर चुके हैं। वर्तमान तीसरी लहर की आक्रामकता भले कम हो लेकिन सभी सावधानियों को बरतने की आवश्यकता है। इस दिशा में ग्राम में हमारे जागरूक पंचायत प्रतिनिधि जो पूर्व में उत्तरदायित्व निभा चुके हैं, उन्हें समाज हित में सक्रिय होना है। टीकाकरण कोरोना संक्रमण से बचाव का सशक्त माध्यम है। यह मजबूत सुरक्षा चक्र है। टीकाकरण से शेष रहे लोगों के घर-घर जाकर उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करना है। किशोर वर्ग के लिए चल रहे टीकाकरण कार्य को भी गति देना है, जिससे कोई भी पात्र किशोर वैक्सीनेशन से वंचित न रहे।

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