विकेश कुमार पूर्वे प्रतिनिधी सीतामढी
सीतामढी बिहार: जिलाधिकारी सुनील कुमार यादव ने समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में राजस्व संबधित बैठक कर भूराजस्व एवम सैरात वसूली, भूमि विवाद,दाखिल खारिज, अतिक्रमण, सभी थानों में प्रत्येक शनिवार को होनेवाली बैठक आदि का प्रखंडवार समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। ऑनलाइन दाखिल खारिज की समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि सम्पूर्ण जिले में ऑनलाइन दाखिल खारिज के प्राप्त आवेदन का 80 प्रतिशत का निष्पादन किया जा चुका है,जिसमे रुन्नीसैदपुर, डुमरा,रीगा,परिहार,सुप्पी में सबसे ज्यादा मामले लंबित पाए गए।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि हर हाल में लंबित आवेदनों को तेजी से निष्पादित करे,साथ ही वर्ष 2020-21 के शत प्रतिशत मामलों को एक सप्ताह में हर हाल में निष्पादित करवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में लापरवाही एवम शिथिलता बरतने वाले कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध करवाई हेतु प्रस्ताव भेजे। उन्होंने कहा कि लंबित मामलों का ससमय निष्पादित नही करने वाले अंचलाधिकारियों के विरुद्ध भी कड़ी करवाई की जाएगी,साथ ही संबधित डीसीएलआर पर भी जबाबदेही तय कर करवाई होगी। जिलाधिकारी ने कहा की दाखिल खारिज के रिजेक्शन का ठोस एवम सही कारण हो ,इसे सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी ने भूलगान एवम सैरात वसूली की समीक्षा के क्रम में कहा कि वैसे राजस्व कर्मियों को चिन्हित करें, जिनका राजस्व वसूली अत्यंत कम है,ताकि उनके विरुद अग्रेतर करवाई सुनिश्चित किया जा सके। लगान एवम सैरात बंदोबस्त की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्य में शिथिलता बर्दाश्त नही की जाएगी। चौरौत, बाजपट्टी, बथनाहा में सबसे कम भूलगान की वसूली पाया गया। उन्होंने परिवहन,खनन एवम उत्पाद विभाग को निर्देश दिया कि तीनो विभाग के पदाधिकारी आपस मे समन्वय कर एक साथ विशेष जाँच अभियान चलाए ताकि राजस्व में वृद्धि के साथ-साथ ओवर लोडिंग पर भी नकेल कसा जा सके। उन्होंने सभी सीओ को निर्देश दिया कि प्रत्येक दिन कम से कम एक हल्का का अनिवार्य रूप से निरीक्षण कर उसी दिन रिपोर्ट भेजें। जिलाधिकारी ने कहा कि अगली बैठक 10 मार्च को होगी,जिसमे सुधार नही पाए जाने पर संबधित सीओ के विरुद्ध करवाई की जाएगी।वरीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि अंचल कार्यालयों एवम हल्का का निरीक्षण जरूर करें। अतिक्रमण सबंधी मामलों की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अतिक्रमण संबधित मामलों को पूरी गंभीरता से लेकर उसका त्वरित निष्पादन करे,उसमें शिथिलता एवम लापरवाही पाए जाने पर जबाबदेही तय कर करवाई होगी।जिलाधिकारी ने भूमिविवाद को लेकर प्रत्येक शनिवार को हो रही बैठक की निष्पादित मामलों का भी समीक्षा किया। उन्होंने निर्देश दिया कि यह बैठक प्रत्येक शनिवार को अचूक रूप से करे।उन्होंने कहा कि भूमिविवाद का ससमय निष्पादन से विधिव्यवस्था की कई समस्याओं का स्वतः समाधान हो जाता है। उन्होंने सभी एसडीओ एवम एसडीपीओ को भी ससमय भूमिविवाद के मामलों को लेकर बैठक कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि लोक सेवाओ के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त सभी आवेदनों को हर हाल में निर्धारित अवधी में निष्पादित करना सुनिश्चित करे.